PM Modi Mann Ki Baat Live

PM Modi Mann Ki Baat Live : पीएम मोदी की ‘मन की बात’ का 115वां एपिसोड.. देशवासियों के सामने रखे अपने विचार, इन बातों का किया जिक्र

PM Modi Mann Ki Baat Live : प्रधानमंत्री मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। यह कार्यक्रम का 115वां एपिसोड है।

Edited By :   Modified Date:  October 27, 2024 / 11:51 AM IST, Published Date : October 27, 2024/11:18 am IST

नई दिल्ली। PM Modi Mann Ki Baat Live : प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। यह कार्यक्रम का 115वां एपिसोड है। पीएम ने कहा कि भारत में हर युग में नई चुनौती आई है, लेकिन हमने उसे पार पाया है। पीएम ने इसी के साथ क्रांतिकारी बिरसा मुंडा को याद किया। मन की बात कार्यक्रमक के 115वें एपिसोड में पीएम मोदी ने देशवासियों से खास अपील की। उन्होंने त्योहार से पहले लोगों से कई तरह की आदतें अपनाने के लिए कहा। सुनिए क्या कह रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…

 

पीएम मोदी ने देशवासियों से खास अपील की। उन्होंने त्योहार से पहले लोगों से कई तरह की आदतें अपनाने के लिए कहा इनमें वोकल पर लोकल पर उन्होंने सबसे ज्यादा जोर दिया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि 10 साल पहले कई बातें ऐसी थीं, जिनकी कल्पना करना मुश्किल था, लेकिन अब भारत उन्हें हासिल कर चुका है।

मन की बात के इस एपिसोड में पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट के बारे में भी बताया। उन्होंने पहले डिजिटल अरेस्ट से जुड़ा एक ऑडियो सुनाया। इसके बाद उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार हर वर्ग के युवा हो रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट करने वाले लोग आपके बारे में सारी जानकारी इकट्ठी करके रखते हैं और आपको डराकर आपसे पैसे ऐंठ लेते हैं। उन्होंने इससे निपटने के लिए तीन चरण बताए। उन्होंने कहा रुका, सोचो और एक्शन लो। उन्होंने कहा कि ऐसा करके आप खुद को बचा सकते हैं।

 

पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के फिरदोसा जी का जिक्र किया, जिन्होंने अपने सुलेख के जरिए कश्मीर को नई पहचान दिलाई है। इसके अलावा उन्होंने सारंगी वादक और चेरियार पेंटिंग का भी जिक्र किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बुटलूराम माथरा जी के बारे में भी बताया, जो आदिवासियों की सभ्यता को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में अलग-अलग लोग भारतीय संस्कृति से मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। रूस में कालिदास की अभिज्ञान शाकुंतलम के नाट्य रूपांतरण के बारे में भी बताया। दुनिया के सबसे ठंडे शहर में भारतीय साहित्य की छाप हमारे लिए गर्व की बात है।