देवासः कोरोना की वजह से हालात भयावह हैं। जबलपुर के एक परिवार पर ये कहर बनकर टूटा है। देवास के अग्रवाल समाज के अध्यक्ष बालकृष्ण गर्ग का पूरा परिवार सात दिनों में उजड़ गया। पहले तीन सदस्यों की कोरोना से मौत हुई, सदमें में बहू ने भी आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना का कहर कब थमेगा कोई बता नहीं सकता। कोरोना की त्रासदी में परिवार के परिवार काल के गाल में समा रहे हैं। कोरोना की चपेट में आने से देवास के गर्ग परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। वहीं, सदमे में परिवार की बहु ने भी आत्महत्या कर ली।
दरअसल देवास अग्रवाल समाज के अध्यक्ष बाल कृष्ण गर्ग की पूरी दुनिया कोरोना ने महज सात दिनों में उजाड़ कर रख दी। सबसे पहले बाल कृष्ण गर्ग की पत्नी चंद्रकला देवी को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया था। चंद्रकला देवी की 14 अप्रैल को मौत हो गई। परिवार इस सदमे उबरा नहीं था कि परिवार के बड़े बेटे संजय गर्ग ने तीन दिन बाद 17 अप्रैल को दम तोड़ दिया। लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था संजय की मौत के दो दिनो के बाद छोटे बेटे स्वप्नेश गर्ग को भी कोरोना ने छीन लिया। परिवार में तीन तीन मौत का वज्रपात स्वप्नेश की पत्नी सहन नहीं कर पाई और 21 अप्रैल को सपना ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
गर्ग परिवार में अब बड़ी बहू और पोते- पोती ही बचे हैं। वहीं, बालकृष्ण गर्ग भी इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं। देवास की इस घटना से पूरा मालवा निमाड़ स्तब्ध है।