बाघ को ट्रैंकुलाइज कर पाएगा वन विभाग या फिर दोहराएगी साल 2011 जैसी घटना | Will the forest department be able to tranquilize the tiger or repeat the year 2011?

बाघ को ट्रैंकुलाइज कर पाएगा वन विभाग या फिर दोहराएगी साल 2011 जैसी घटना

बाघ को ट्रैंकुलाइज कर पाएगा वन विभाग या फिर दोहराएगी साल 2011 जैसी घटना

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 PM IST
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Published Date: December 29, 2019 6:22 am IST

राजनांदगांव, छत्तीसगढ़। राजनांदगांव से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मनगटा वन परिक्षेत्र में अब तक बाघ की लोकेशन नहीं मिल पाई है। वन विभाग की तमाम कोशिश के बाद भी बाघ की सही स्थिति का पता नहीं लग पा रहा है।

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वन विभाग लगातार लोकेशन पता करने के प्रयास में जुटा है। दुर्ग रेंज के सीसीएफ ने अलर्ट जारी कर दिया है। मनगटा के आसपास के गांवों में लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं।

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बता दें शुक्रवार रात मनगटा के वन चेतना केंद्र के आसपास बाघ को देखा गया था। बाघ का वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

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राजनांदगांव में साल 2012 में बाघिन को ट्रैंकुलाइज करने में वन विभाग नाकाम रहा। सप्ताह भर तक बाघिर गांव के पास भटकती रही लेकिन वन विभाग उसे पकड़ने में असफल रहा। हजारों की संख्या में गांव वालों ने बाघिन को पीट पीटकर मार डाला था।

 

 
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