नक्सलियों के बजाय ग्रामीणों को मारा जा रहा, सिलगेर में नक्सली कैंप को लेकर शासन की रणनीति पर पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल | Villagers are being killed instead of Naxalites Former minister raised questions about Naxalite camp in Silger

नक्सलियों के बजाय ग्रामीणों को मारा जा रहा, सिलगेर में नक्सली कैंप को लेकर शासन की रणनीति पर पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल

नक्सलियों के बजाय ग्रामीणों को मारा जा रहा, सिलगेर में नक्सली कैंप को लेकर शासन की रणनीति पर पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:30 PM IST, Published Date : May 19, 2021/10:15 am IST

रायपुर। सिलगेर में नक्सली कैंप का विरोध जारी है। वहीं इस मामले में शासन की कार्रवाई की पर पूर्व गृहमंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बयान सामने आया है।

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बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार के पास रबर की गोली भी नहीं है, सरकार नक्सलियों के बजाय ग्रामीणों को मार रही है।

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पूर्व गृहमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार की गोली से किसी नागरिकों की मौत नहीं होनी चाहिए।

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बता दें कि 17 मई को तर्रेम थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने सिलगेर में बेस कैम्प का जमकर विरोध किया था। सिलगेर में बेस कैम्प का विरोध करने बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां पहुंचे थे।

विरोध के दौरान हुई गोलीबारी हुई थी, गोलीबारी में 3 लोगों  मारे गए थे।

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बस्तर आई जी सुंदरराज पी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया था कि ग्रामीणों की आड़ में नक्सलियों ने फायरिंग की है। जवाबी कार्रवाई में तीन लोगों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के बहकाने की वजह से बड़ी संख्या में ग्रामीण इस बेस कैंप की स्थापना का विरोध कर रहे हैं।

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बता दें कि कैंप स्थापित हो जाने से नक्सलियों को अपनी गतिविधिया संचालित करना आसान नहीं होता। वहीं इससे नक्सलियों के हौंसले भी पस्त हो जाते हैं। कैंप के जरिए  शासन की योजनाओं की जानकारी का प्रचार-प्रसार होता हैं, जिससे प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर भी करते हैं। यही वजह है कि नक्सली ग्रामीणों के माध्यम से बेस कैंप स्थापित किए जाने का विरोध कर रहे हैं। वहीं सुरक्षाबल ग्रामीणों को बेस कैंप से किसी तरह से नुकसान ना होने की बात कह रहे हैं। इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्मा  गई है। विपक्ष इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रहा है।

 
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