किरंदुल: बस्तर के वनांचल क्षेत्र में एक बार फिर सुरक्षा जवानों द्वारा फर्जी मुठभेड़ कर ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने सुरक्षा जवानों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरुक्षा जवानों ने 13 सितंबर को 2 ग्रामीणों को नक्सली बताकर मौत के घाट उतार दिया और एक ग्रामीण को गिरफ्तार कर छीपा दिया गया है। इस मामले की जांच के लिए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक शिवरतन शर्मा और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ग्रामीणों के बीच पहुंचे हैं। तीनों भाजपा नेताओं के साथ हजारों ग्रामीण के साथ किरंदुल थाने का घेराव करने पहुंचे हैं।
मामले को लेकर आप नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस जवानों ने दो ग्रामीणों को नक्सली बताकर उनकी हत्या कर दी साथ ही एक ग्रामीण अजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इसी बात को लेकर सोनी सोढ़ी थाने का घेराव करने पहुंची हैं। वहीं, मामले को लेकर समाज सेविका बेला भाठिया ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
मामले को लेकर किरंदुल थाना प्रभारी ने बताया कि जिस अजय की गिरफ्तारी की बात ये ग्रामीण कर रहे हैं, वो खुद पुलिस से सुरक्षा मांगने आया था। 13 सितंबर को हुई मुठभेड़ क अजय चश्मदीद गवाह है। 13 सितंबर को ही नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी थी।
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बता दें कि 13 सितंबर को पुलिस ने दावा किया था कि सुरक्षा बल और डीआरजी की टीम ने मुठभेड़ में दो नक्सलियों इनामी नक्सली लक्षु मंडावी और पोडिया को मार गिराया है। पुलिस ने यह भी दावा किया था कि दोनों के पर 1-1 लाख का इनाम है। पुलिस का कहना था कि मौके से 9एमएम देसी पिस्टल और 12 बोर राइफल बरामद की गई है।