मंडला: अब बात ऐसे शख्स की जो जुड़ी-बूटी के ब़ड़े जानकार है 42 साल के हो गए है। आज तक कभी अंग्रेजी दवा नहीं ली, लेकिन इन्होने कोरोना के खतरे को और वैक्सीन के महत्व को समझा जिसके बाद उसे लगवाया और अब अपने समाज, गांव को बचाने के लिए आगे आए है।
सोनसाय बैगा कान्हा नेशनल पार्क के ग्राम पंचायत मोचा से सटे जंगल में रहते हैं। वह अपनी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित रखने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। साथ ही बैगा आदिम जनजाति समाज, विकास और कल्याण संघ के संस्कृति प्रकोष्ट के संरक्षक भी हैं। ऐसे में वो कोरोना से बचाव के लिए आगे आए और बैगा समाज को प्रेरित करने के लिए खुद सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाई है।
उन्होंने बताया कि वे टीकाकरण करवाकर समाज के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सोनसाय बैगा ने जिले के बैगा ही नहीं वरन सभी बैगा जनजाति, समाज के लोगों को वैक्सीन लगाकर यह संदेश दिया है कि यदि महामारी से बचाव करना है तो आपको वैक्सीन लगवाना ही चाहिए।.
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