भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में जारी सियासी उलटफेर पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने IBC24 से खास बातचीत की । उनकी माने तो हफ्ते-दस दिन में प्रदेश की राजनीतिक स्थिति साफ हो जाएगी। बजट सत्र टलने के उठ रहे सवालों पर उन्हें पूरा भरोसा है कि 16 मार्च से सत्र शुरू हो जाएगा।
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नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया है कि इस अस्थिरता के दौर में अफसर काम नहीं कर रहे हैं। प्रदेश में बने सियासी हालातों में राज्यपाल को स्वयं संज्ञान लेने की जरुरत बताया।
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मिश्रा की माने तो सरकार में रहकर कांग्रेस बीजेपी से कैसे प्रभावित हो रही है। भूपेंद्र सिंह द्वारा विधायकों के इस्तीफा लाने पर बयान देते हुए कहा कि जब सिंंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं तो समर्थक और विधायक भी भाजपाई बने।
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नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक अपनों का साथ छोड़ने से प्रदेश सरकार को डरो-ना वायरस हो गया है। उन्होंने हर विधायकों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने बयान दिया है कि बाहुबल नहीं बुद्धिबल से लोकतंत्र चलता है। उनकी माने तो कांग्रेस सरकार में बुद्धि का अभाव है जो
बहुमत खोकर अब जनाधार भी खो रही है।
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सिंधिया के काफिले पर हमले को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उनका दावा है कि अब मध्यप्रदेश में अगले 15-20 साल तक कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी।