खरगोन: जिले के सेगांव प्राथमिक शाला में डिप्टी कलेक्टर एवं सेगांव के प्रभारी तहसीलदार ने गुरुवार को औचक निरीक्षण किया। अधिकारी जब स्कूल पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर हैरत में पड़ गए। दरसअल इस स्कूल में पदस्थ दो शिक्षक लंबे समय से नदारद हैं, जिस बात की जानकारी न जिला शिक्षा अधिकारी को है और न ही बीईओ का है। हैरान करने वाली बात यह है कि एक शिक्षक ने तो गांव के ही एक 8वीं फेल युवक को अपने स्थान पर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए लगा दिया है। इस काम के लिए युवक को वह शिक्षक 4 हजार रुपए सैलरी भी देता है।
मिली जानकारी के अनुसार डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान गुरुवार को सेगांव का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सरकारी प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के तौर पर नियुक्ति रामेश्वर रावत की है, लेकिन उनके स्थान पर गांव का ही एक 8वीं फेल युवक दयालसिंह किराड़े बच्चों को पढ़ा रहे थे। वहीं, जब डिप्टी कलेक्टर चौहान ने इस बात की पुष्टि के लिए युवक सहित ग्रामीणों से चर्चा की तो, पता चला कि यहां शिक्षक रामेश्वर रावत कई दिनों से स्कूल नहीं आएं हैं।
दयालसिंह से बज इस संबंध में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे शिक्षक रावत द्वारा मासिक 4 हजार रूपए दिए जाते हैं, जिसके बाद मैं यहां रोज आकर बच्चों को पढ़ाता हूं। यह सुनकर खुद डिप्टी कलेक्टर भी दंग हैरत में पड़ गए। अब डिप्टी कलेक्टर ने स्कूल में पदस्थ शिक्षकों की शर्मनाक करतूत को लेकर एसडीएम खरगोन सहित कलेक्टर को कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेज रहे हैं।
इस मामले को लेकर डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान का कहना है कि इस प्राथमिक शाला में रामेश्वर रावत और झबरसिंह चौहान नाम के दो शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। लेकिन दोनों ही अनुपस्थित पाए गए थे। वहीं एक शिक्षक रामेश्वर रावत द्वारा अपने स्थान पर एक 8वीं फेल लड़को को चार हजार रुपए महीना देकर स्कूल में रख लिया था। मौके पर ही पंचनामा बनाकर कार्रवाई के लिए एसडीएम सहित कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।
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