बलरामपुर: जिले के वाड्रफनगर जनपद पंचायत के गैना गांव में पुलिस की अमानवीय तस्वीर सामने आई है। दरअसल इलाज कराने जा रही एक महिला को पुलिसकर्मियों ने चेक पोस्ट से ही लौटा दिया, जिसके बाद इलाज के आभाव में महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी पास की मांग को लेकर अड़े रहे, जबकि युवती के पति ने उन्हें इलाज करने जाने की बात कहते हुए मिन्नतें भी की। हद तो तब हो गई जब वाहन चलाक ने भी महिला की मौत के बाद उसे बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार गैना निवासी एक महिला को तेज बुखार होने के बाद परिजनों ने प्राइवेट वाहन से उपचार के लिए उसे अंबिकापुर लेकर जा रहे थे। गैना गांव से अबिकापुर पहुंचने के लिए सूरजपुर जिले से होकर गुजरना पड़ता है। इसी दौरान जब मरीज को लेकर जा रही गाड़ी धोंधा गांव के पास पहुंची तो वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक लिया और पास की मांग की। पास मांगे जाने पर बीमार महिला के पति ने पूरी बता बताई और जाने देने की मांग की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोके रखा। अंतत: महिला की कार में ही तड़प तड़पकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने लगभग डेढ़ घंटे तक गाड़ी को रोके रखा था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने महिला और उसके परिजनों को वापस लौटा दिया, जिसके बाद कुछ ही दूरी पर महिला की मौत हो गई।
बीच रास्ते में लाश को छोड़कर फरार हुआ ड्राइवर
बिहानीदेवी की जब रास्ते में मौत हो गई, तो किस्मत ने यहां भी उसके और उसके पति के साथ धोखा किया। वाहन चालक ने रास्ते में ही गाड़ी को रोककर महिला के लास को निचे उतार दिया और वहां से भाग गया। मृतिका का पति रामाधार ने वाहन चालक से भी काफी मिन्नतें किया कि वो उसकी पत्नि की लाश को घर तक पहुंचा दे। इसके लिए वो उसे अतिरिक्त पैसे देगा, लेकिन वाहन चालक नहीं माना और भाग गया।