भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र का आज से आगाज हो गया है। सदन की कार्यवाही नियत समय पर राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुआ। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपने अभिभाषण में कोरोना सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया। वहीं, दूसरी ओर राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष में बहस शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा है कि मुझै राज्यपाल पर दया आती है, उन्हें ऐसा अभिभाषण देना पड़ा जो मीडिया के लिए है जनता के लिए नहीं।
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कमलनाथ ने आगे कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण प्रदेश की जनता को गुमराह करने वाला है। महिलाओं पर अत्याचार का कोई जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण में पीएम मोदी का जिक्र आने पर कहा कि मुझे तो लग रहा था जैसे मैं लोकसभा में बैठा हूं। कोरोना की उपलब्धियां अभिभाषण में गिनाने पर कमलनाथ ने कहा कि तब तो कहते थे कोरोना नहीं है, जब मैं कोरोना की बात करता था। स्पीकर के चुनाव को लेकर कमलनाथ ने कहा कि हम बीजेपी की नकल नहीं करना चाहते, जो कोई परंपरा का पालन नहीं करते।
इससे पहले सदन को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा था कि कोरोना महामारी से निपटते हुए देश की केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, नए संसद भवन की आधारशिला रखी गई है, संकट के समय में आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया गया है। राज्य सरकार ने भी आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया है।
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इसके पहले आज 15 सदस्यीय कार्यमंत्रणा समिति गठित की गई, विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा कार्यसंचालन के लिए कार्यमंत्रणा समिति गठित की है, इस समिति में CM शिवराज, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ सहित 15 सदस्य बनाये गए हैं। विधानसभा के नए अध्यक्ष गिरीश गौतम ने भी आज ही कार्यभार संभाल लिया है।
विधानसभा में राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि पीएम मोदी जी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, कोरोनाकाल में भी सरकार ने जनहित में तेजी से काम किए। PPE किट, मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था सरकार ने की। प्रदेश के 20 जिलों में स्वामित्व योजना के तहत काम शुरु हो चुका है। मेरी सरकार किसानों के लिए लगातार काम कर रही है। किसानों के लिए बिजली की उपलब्धता को लेकर काम किया जा रहा। 300 मेगावाट की उपलब्धता को बढ़ाया गया है। प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा में 10 गुना वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि 700 से ज्यादा फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं, ओंकारेश्वर में विश्व की सबसे बड़ी बिजली योजना, योजना को लेकर विश्व बैंक के द्वारा सर्वे किया रहा है, 65 लाख हैक्टेयर क्षेत्र को सिंचित करने का लक्ष्य 2025 तक है, सड़क नवीनीकरण का लगातार किया जा रहा है, 2 हजार KM लंबी सड़कें PM ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गईं हैं।