कपिल सिब्बल के बयान पर सीएम भूपेश बघेल बोले- यह अंदरूनी मसला, कांग्रेस पार्टी ही इस देश की मनोभावना का प्रतीक

कपिल सिब्बल के बयान पर सीएम भूपेश बघेल बोले- यह अंदरूनी मसला, कांग्रेस पार्टी ही इस देश की मनोभावना का प्रतीक

  •  
  • Publish Date - November 17, 2020 / 01:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

रायपुर: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस में अंतर्कलह की बातें सामने आ रही है। वरष्ठि नेता कपिल सिब्बल ने मीडिया से बात करते हुए पार्टी के शिर्ष नेतृत्व पर सवालिया निशान लगाया है। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व का सवाल पार्टी का अंदरूनी मसला है। इस पर सार्वजनिक रूप से बात करना ठीक नहीं। किसी को भी इससे बचना चाहिए।

Read More: छत्तीसगढ़ की महिला कलाकारों ने दीपोत्सव पर अयोध्या में दी रामलीला की प्रस्तुति, बढ़ाया ननिहाल का गौरव, सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित

उन्होंने आगे लिखा है कि कांग्रेस पार्टी ही इस देश की मनोभावना का प्रतीक है और सांप्रदायिक ताक़तों के ख़िलाफ़ खड़ी एकमात्र पार्टी है। इतिहास गवाह है कि कांग्रस ने हर चुनौती का सामना किया है और अपने लाखों कार्यकर्ताओं के साथ फिर फिर उठ खड़ी हुई है।

Read More: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल ने बारदाने के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा, कहा- पुराने बारदानों से शुरू की जा सकती थी धान खरीदी

सोनियाजी और राहुलजी के नेतृत्व पर हर कांग्रेस कार्यकर्ता का अटूट भरोसा है। हार, जीत लोकतंत्र का हिस्सा है। किसी भी हार से न तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और न नेतृत्व हार मानता है। छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं।

Read More: दूषित दही खाने से 1 की मौत, परिवार के 8 सदस्यों की हालत गंभीर

दरअसल, सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा है कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान ली है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार ही नहीं, उपचुनावों के नतीजों से भी ऐसा लग रहा है कि देश के लोग कांग्रेस पार्टी को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं। सिब्बल ने सोमवार को अपने इस साक्षात्कार का लिंक साझा करते हुए ट्वीट किया तो इसे रिट्वीट करते हुए कार्ति चिदंबरम ने कहा, ‘‘ यह आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है।’’

Read More: आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या, समर्थन करने वाले देशों का हो विरोध: PM मोदी