nरायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी से लगे धरमपुरा इलाके में स्थित शिव मंदिर में उस वक्त लोगों को भीड़ जमा हो गई, जब मंदिर में नाग पंचमी के एक दिन पहले नाग सांप को शिवलिंग पर देखा गया। शिवालय में सांप आने की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। इसके बाद एक के बाद एक पूरा इलाका मंदिर में नाग देवता के दर्शन के लिए उमड़ गया।
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गौरतलब है कि सोमवार 5 अगस्त को पूरे देश में नाग पंचमी मनाया जाएगा और नाग पंचमी से एक दिन पहले शिवालय में नगा का दर्शन देना लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। कुछ लोग इसे आस्था से जोड़कर भगवान का चमत्कार भी बता रहे हैं।
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नाग पंचमी का महत्व
हिन्दुओं में नाग को देवता की संज्ञा दी जाती है और उनकी पूजा का विधान है। हिन्दू धर्म में नाग को आदि देव भगवान शंकर के गले का हार और सृष्टि के पालनकर्ता श्री हरि विष्णु की शैय्या माना जाता है। इसके अलावा नागों का लोगों के जीवन से भी गहरा नाता है। सावन के महीने में जमकर वर्षा होती है, जिस वजह से नाग जमीन के अंदर से निकलकर बाहर आ जाते हैं। ऐसे में माना जाता है कि अगर नाग देवता को दूध पिलाया जाए और उनकी पूजा-अर्चना की जाए तो वे किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। यही नहीं कुंडली दोष को दूर करने के लिए भी नागपंचमी का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में अगर काल सर्प दोष हो तो नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा और रुद्राभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से इस दोष से मुक्ति मिल जाती है।
शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि चार अगस्त को रात 11.02 बजे लग रही है जो पांच अगस्त को रात 8.40 बजे तक रहेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार की नाग पंचमी सोमवार व सिद्धयोग में मनाई जाएगी जो बेहद खास है। ऐसा योग वर्षो के बाद देखने को मिलता है।
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