भोपाल: प्रदेश में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शहरों में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का निर्देश दिया गया है। वीकेंड लॉकडाउन को लेकर राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने निर्देश देते हुए कहा है कि अब शनिवार और रविवार को लॉकडाउन रहेगा। शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। कोचिंग सेंटर आगामी 15 दिनों तक बंद रहेंगे।
वहीं, अधिक संक्रमण वाले इलाकों को लेकर कलेक्टर लावनिया ने कहा कि शहर के 40 प्रतिशत मामले छह वार्डों में है, कोलार में कुछ इलाके कोरोना के ज्यादा मामले सामने आए हैं। वार्ड क्रमांक 81 ,82,83,84 ,51,52 में कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। लोगों को सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी और अति आवश्यक सेवाओं के लिए घर से बाहर निकलने की छूट होगी। नगर निगम को ही अतिआवश्यक सामग्री को पहुंचने की जिम्मेदारी होगी। ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर प्रशासन मुस्तैद है, मांग-आपूर्ति को लेकर निगरानी की जा रही है।
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संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे उपाय अंतिम विकल्प हैं। यह अभूतपूर्व संकट है। कोरोना संक्रमण को रोकने और मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का कार्य निरंतर जारी है। मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट पार्क में पौधरोपण के बाद मीडिया के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के सभी शहरों में शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन करना आवश्यक हो रहा है। इस संबंध में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को बैठक कर अपने जिलों के पेशेंट लोड और परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक और उपयुक्त निर्णय करने के लिए तत्काल बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आवश्यक होने पर बड़े शहरों में कंटेनमेंट एरिया भी बनाए जाएंगे।
ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इन उपायों के साथ-साथ इलाज की व्यवस्था के विस्तार पर भी राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। प्रदेश में बिस्तरों की संख्या 36 हजार से बढ़ाकर एक लाख की जा रही है। प्रत्येक जिले में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। शासकीय चिकित्सालयों के साथ निजी अस्पतालों का सहयोग भी लिया जा रहा है। राज्य शासन निजी अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था भी कर रही है। भोपाल में पीपुल्स और जे.के. अस्पताल में व्यवस्था की जा रही है। इंदौर और अन्य शहरों में भी निजी अस्पतालों की क्षमता का उपयोग करने संबंधी निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। ऑक्सीजन के संबंध में भारत सरकार और गुजरात राज्य से बात की है। भिलाई स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति आरंभ हो गई है। शासकीय स्तर पर रेमिडिसीवर इंजेक्शन की खरीद भी आरंभ हो रही है। दवाईयों की कोई कमी न रहे, इसका भी समुचित प्रबंध किया जाएगा।
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यह परीक्षा की घड़ी है, हम साथ मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह ऐसी महामारी है, जिसके संबंध में कोई आकलन कर पाना संभव नहीं है। देश और प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसमें संयम, धैर्य और आत्म-विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। राज्य सरकार सबको साथ लेकर इस संकट का सामना करेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेंस करूँगा। मंत्रि-परिषद के साथियों के साथ 9 अप्रैल को 3 बजे और प्रदेश के सभी सांसद तथा विधायकों से शाम 5 बजे चर्चा होगी। सबको विश्वास में लेकर कोरोना के विरूद्ध युद्ध की रणनीति विकसित की जाएगी। यह परीक्षा की घड़ी है, हम साथ मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे।
आत्म-अनुशासन बनाए रखें
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आत्म-अनुशासन बनाए रखते हुए मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने, अनावश्यक घर से बाहर न निकलने और भीड़ न लगाने की अपील की है। मुख्यमंत्री चौहान ने पौध-रोपण से पूर्व निवास पर उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा और भोपाल संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत सहित भोपाल जिले के अधिकारी उपस्थित थे।