भोपाल: महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार का गठन हो चुका है। 28 नवंबर 2019 गुरुवार शाम को सीएम उद्धव ठाकरे सहित 6 अन्य मंत्रियों ने पद और गोपिनियता की यापथ ली। लेकिन दूसरी ओर कुछ पार्टी नेताओं को ही तीनों का गठबंधन रास नहीं आ रहा है। जहां एक ओर शिवसेना के एक नेता ने पार्टी छोडते हुए कहा था कि ‘जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं’, वहीं दूसरी ओर अब कांग्रेस नेताओं के बगवाती तेवर सामने आ रहे हैं।
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महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम”हर घड़ी बदल रही है रूप “राजनीति”,छांव है कभी ,कभी है धूप “राजनीति”,हर पल यहां खूब “खाओ”,जो है समा कल हो न हो।
— lakshman singh (@laxmanragho) November 28, 2019
दरअसल पूर्व सीएम के दिग्विजय सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन पर ट्वीट कर तंज कसा है। इसके अलावा लक्ष्मण सिंह ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को लेकर भी एक के बाद तीन ट्वीट किए हैं।
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भोपाल में नवीन विधायक विश्राम गृह बनाने हेतु जो सैकडों पेड़ काटे जा रहे हैं,मैं स्वयं विधायक होते हुए इसका विरोध करता हूँ।
— lakshman singh (@laxmanragho) November 28, 2019
महाराष्ट्र की सरकर को लेकर लक्ष्मण ने लिखा है कि महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम “हर घड़ी बदल रही है रूप “राजनीति”, छांव है कभी ,कभी है धूप “राजनीति”,हर पल यहां खूब “खाओ”,जो है समा कल हो न हो।
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मध्य प्रदेश में आदिवासियों की भूमि का विक्रय बिना अनुमति के हो सकता है,इस कानून को बदलना होगा,आदिवासियों के हक में यह कानून इंदिराजी ने बनाया था।
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वहीं, उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कमलनाथ सरकार के एक फैसले को लेकर लिखा है मध्यप्रदेश में आदिवासियों की भूमि का विक्रय बिना अनुमति के हो सकता है,इस कानून को बदलना होगा, आदिवासियों के हक में यह कानून इंदिराजी ने बनाया था।
भोपाल में नवीन विधायक विश्राम गृह बनाने को लेकर लक्ष्मण ने कहा है कि भोपाल में नवीन विधायक विश्राम गृह बनाने हेतु जो सैकडों पेड़ काटे जा रहे हैं, मैं स्वयं विधायक होते हुए इसका विरोध करता हूं।