विदिशा। कोरोना महामारी का संकट और उसके बाद लॉक डाउन यानी आप जहां हैं वहीं थम जाइए, घर हो या कहीं अन्य जगह अपने आप को लॉक कर लीजिए । लॉकडाउन के किस तरह सदुपयोग किया जा सकता है, इसका उदाहरण विदिशा के एक परिवार ने पेश किया है। इस परिवार के लिए यह लॉक डाउन ना केवल सुखद स्थिति या लेकर आया बल्कि उनके द्वारा अनुपयोगी चीजों से बनाई गई कलाकृतियां अब प्रदर्शनी के लिए तैयार हैं।
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कोविड-19 जैसी महामारी के चलते पूरी मानव जाति जहां थी वहीं थम कर रह गई है। इस बीमारी का ज्यादा प्रसार ना हो, इसलिए देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में लॉकडाउन करने की घोषणा की है। तब से लेकर आज भी कमोवेश स्थितियां जस की तस हैं। घर पर रहकर कैसे अपनी हॉबी को व्यवसायिक रुप में परिवर्थित किया जा सकता है, इसे साबित किया है, विदिशा में रहने वाले एक सोनी परिवार ने, इस सोनी परिवार में पिता से लेकर बेटा-बेटी और समस्त परिवारजनों ने घर में पड़ी अनेकों अनुपयोगी चीजों से इतनी शानदार कलाकृति घर पर रहकर ही उकेर ली है तथा अन्य चीजों को तैयार कर लिया है कि अब वह प्रदर्शनी के लिए प्रदर्शित होने के लिए तैयार हैं।
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विदिशा के एसएटीआई इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत महेंद्र सोनी एवं उनका परिवार इस समय विभिन्न कलाकृतियां बनाने में जुटा हुआ है। इस परिवार ने लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करते हुए घर के बेस्ट मेटेरियल, अनुपयोगी सामग्री, टूटे हुए प्लाईबोर्ड, से अनेक उपयोगी वस्तुएं, सौंदर्य सामग्री, आकर्षक कलाकृतियां, प्रकृति की पेंटिंग्स, धर्म से संबंधित आकृतियों का चित्रण, एवं अन्य चीजों का निर्माण किया है। घर में पड़े शादी के अनुपयोगी कार्डों से मास्क भी बनाए हैं।
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परिवार के मुखिया को देखकर बच्चे भी कुछ नया करने में जुटे हुए हैं, बच्चो ने अनेक रेखा चित्रों का निर्माण किया है। यह परिवार अब इन सभी कलाकृतियों की स्थानीय स्तर पर प्रदर्शनी लगाने की तैयारी कर रहा है।