लॉकडाउन ने तोड़ कर रख दी किसानों की कमर, नहीं बिक रही सब्जियां, फेंकने को हैं मजबूर | Lockdown broke farmers' waist, not selling vegetables, forced to throw
कोरबाः कोरोना संक्रमण की वजह से कई जिलों में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। कोरोना की मार से किसान पहले ही बेहाल थे, लेकिन लॉकडाउन ने तो किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। कोरबा में एक बार फिर लॉकडाउन 5 मई तक बढ़ा दिया गया है।
कुछ दिन पहले डोर-टू-डोर सब्जी बेचने की छूट मिली, लेकिन सब्जी बाजार में पहुंचेगी कहां से आएगी? इसका ख्याल शासन-प्रशासन को नहीं आया, नतीजा ये हुआ कि महज 20 से 25 किलोमीटर का फासला तय कर शहर तक पहुंचने में नाकाम रहने वाले किसान, अब अपनी फसलों को फेंकने पर मजबूर हैं। कोरकोमा गांव के किसान मेलाराम का कहना है कि लॉकडाउन ने कमर तोड़ कर रख दी है. लाखों का नुकसान हो गया है। उन्होंने खीरे की लगभग 40 से 50 क्विंटल फसल सड़कों पर फेंक दिया है, जिसे जानवर खाएंगे। उन्होंने बताया कि करीब 5 से 6 लाख रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है।