नरसिंहपुर: गुड़ कई मायने में शरीर के लिए गुणकारी होता है। मिठास के साथ औषधीय काम भी करता है, लेकिन ये भी मायने रखता है कि आप जो गुड़ खा रहे है क्या वो शुद्ध है? उसमें मिलावट तो नहीं है? क्या वो साफ-सफाई के साथ बनाया जा रहा है? दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहे है क्योंकि नरसिंहपुर में गुड़ की एक फैक्ट्री की कुछ ऐसी ही तस्वीरें कैमरे में कैद हुई है, जिसने सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सामने आई तस्वीरें नरसिंहपुर जिले के खुलरी गांव के मां रेवा खांडसारी मिल की है, जिस तरीके से यहां गुड़ बनाया जा रहा है उसे देखकर आप गुड़ खाने से भी तौबा कर सकते है। वैसे ये गुड़ बनाने का सीजन भी नहीं है, लेकिन मुनाफाखोरी के चक्कर में बेमौसम गुड़ बनाया जा रहा है। वो भी गंदगी के बीच और मिलावट के साथ। गुड़ बनाने के लिए कीटनाशक से लेकर यूरिया, राब, चूना पत्थर, लकड़ी का बुरादा और अरंडी हर चीज का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहीं कहीं तो गुड़ में मरे हुए कीड़े-मकौड़े दिखे, तो कहीं मधुमख्खी नजर आई। लेकिन चंद पैसों के लालच में मिल मालिक लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे है।
स्वादिष्ट और गुणकारी गुड़ के लिए नरसिंहपुर जिले का नाम चलता है, लेकिन इस फैक्ट्री की तस्वीर सामने आने के बाद लोग हैरान और गुस्से में नजर आए। लोगों ने फैक्ट्री संचालक पर कार्रवाई की मांग की है, वहीं एक्सपर्ट भी इस तरह बनाए जा रहे गुड़ को कई बीमारियों का घर बता रहे है। बावजूद इसके खाद्य विभाग जांच-पड़ताल की जहमत नहीं उठाता। हालांकि जब हमने जिम्मेदारों से बात की, तो उन्होंने जांच और कार्रवाई का रटारटाया जवाब थमा दिया।
जिस तरह से गुड़ निर्माण हो रहा है इसे सेहत से खिलवाड़ नहीं तो और क्या कहेंगे? ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि चंद पैसों के लिए लोगों की सेहत से खेल रहे मुनाफाखोरों पर कार्रवाई करें।