धमतरी: बात करते हैं आस्था और विश्वास की, धमतरी जिले के पोटियाडीह गांव की मान्यता को युवा पीढ़ी भी आगे बढ़ा रही है। गांव के मंदिर में विराजे देवता पर लोगों की अटूट आस्था है, क्योंकि इनके चमत्कार से लोग रूबरू होते रहते हैं। इस देवस्थल में महिलाओं को पूजा की इजाजत नहीं है, साथ ही उन्हे प्रसाद खाने की भी मनाही है। गर्भवती महिला के पति के प्रसाद खा लेने से इस देवता के प्रकोप से महिला का गर्भपात हो जाता है।
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बताया जाता है कि आज भी इष्टदेव की शक्ति का परचम देखने को मिलता है, इसी वजह से ग्रामीण दरबार में झूठ बोलने या कसमें खाने की गुस्ताखी नही करता है। वरना इसके बुरे अंजाम भुगतने पड़ते हैं, लोगों की आस्था है कि उनकी रक्षा के लिए घोड़े पर सवार होकर इष्टदेव निकलते हैं। गांव के बुजुर्ग घोड़े की टाप और घुंघरू की आवाज सुनने की बात आज भी करते हैं। वहीं आज भी हर अच्छे काम की शुरूआत आराध्य देव की पूजा से की जाती है ।