अर्थी पर लेटे आदमी ने कहा- जिंदा हूं मैं, शवयात्रा में महिलाओं सहित पूरे गांव ने किया जमकर डांस, देखें वीडियो | I am alive The whole village including women performed a heavy dance in the funeral Watch video

अर्थी पर लेटे आदमी ने कहा- जिंदा हूं मैं, शवयात्रा में महिलाओं सहित पूरे गांव ने किया जमकर डांस, देखें वीडियो

अर्थी पर लेटे आदमी ने कहा- जिंदा हूं मैं, शवयात्रा में महिलाओं सहित पूरे गांव ने किया जमकर डांस, देखें वीडियो

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:36 PM IST, Published Date : August 8, 2020/7:21 am IST

धार। सावन के बाद भादों में अच्छी बारिश ना होने की वजह से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। ऐसे में इंद्र देवता को मनाने के लिए तमाम प्रकार के जतन किए जाते हैं, तमाम टोटके भी किए जाते हैं , लेकिन धार जिले के बदनावर तहसील में बहुत ही अजीबोगरीब टोटका आजमाया गया है। दरअसल धार जिले के कई हिस्सों में अब तक पर्याप्त बारिश नहीं हो पाई है, जिसके चलते किसानों की फसल बर्बाद होने की कगार पर है, क्षेत्र में अच्छी बारिश को लेकर धार जिले के ग्राम खिलेड़ी में ग्रामीणों ने अपने पूर्वजों के समय से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुवे इंद्र देवता को मनाने के लिए जिंदा आदमी की शव यात्रा निकाली । ढ़ोल – नगाड़ों के साथ निकाली गई शव यात्रा में युवाओं ने जमकर डांस किया।

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अंचल में रूठे इंद्रदेव को मनाने का दौर जारी है, इसी कड़ी में शुक्रवार को बदनावर के ग्राम खिलेड़ी में ग्रामीणों के द्वारा इंद्रदेव को प्रसन्न करने लिए जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा पूरे गांव में ढोल- नगाड़ों के साथ निकाली गई, ग्रामीणों ने जिंदा व्यक्ति को मुर्दे की तरह सजाकर उसे अर्थी पर लिटाया, फिर नाचते हुए अर्थी को गांव का भ्रमण कराया और गांव के मुक्तिधाम ले गए, रास्ते में परंपरा अनुसार शव यात्रा को रोककर मुर्दे को पानी दिया गया, मृतक व्यक्ति की शव यात्रा में माहौल गमगीन रहता है परंतु इस टोटके की शोभायात्रा में लोग खुशी से नाचते झूमते देखे गए। ढोल धमाकों के साथ शवयात्रा निकाली गई ताकि इंद्र देवता प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाएं।

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यहां प्रतीकात्मक रूप से अंतिम संस्कार भी किया गया, अर्थी पर सोए जिंदा व्यक्ति ने बताया कि यह परंपरा उनके पूर्वजों के द्वारा स्थापित की गई थी लिहाजा क्षेत्र में पानी की आवश्यकता है, इसलिए उन्होंने इस परंपरा का निर्वहन किया, खास बात ये रही कि बारिश के लिए टोटके के रूप में निकाली गई जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा में गांव की महिलाएं भी शामिल हुई।