भोपाल: राजधानी के हमीदिया अस्पताल के स्टोर से चोरी हुए 863 रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस और अस्पताल प्रबंधन अब तक ये पता नहीं लगा पाया है कि स्टोर से इंजेक्शन कैसे चोरी हुए। पुलिस की प्राथमिक जांच और आला अफसरों की माने तो इस वारदात में हॉस्पिटल प्रबंधन के किसी कर्मचारी या अधिकारी का हाथ है।
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चूंकि चोरी करने वाले ने सिर्फ रेमडेसिविर इंजेक्शन के ही बॉक्स चोरी किए, जबकि वहां पर 11-11 हजार रुपए कीमत की टैबलेट्स और दूसरे इंजेक्शन भी रखे थे। पुलिस जांच की बात करें, तो स्टोर में 3 ताले लगते हैं। चोर ने जिस तरह से जाली काटी है, उससे माना जा रहा है कि उसे कमरे के अंदर से ही काटा गया है।
वहीं, जो इंजेक्शन चोरी हुए उनकी रजिस्टर में एंट्री नहीं हुई है। दूसरी बात स्टोर के अंदर एक भी CCTV कैमरा नहीं है। बाहर एक CCTV कैमरा मिला, वह भी बंद पड़ा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और जल्द ही मामले के खुलासे की बात की जा रही है।