जांजगीर: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई है। दरअसल जांजगरी प्रवास के दौरान जब मंत्री सिंहदेव को डायरिया प्रभावित इलाके की जानकारी मिली तो वे खुद को रोक नहीं पाए और इलाके का दौरा कर वहां के लोगों का हालचाल जाना।
Read More: उफनती नदी को पार करते कार सहित बहे दो शिक्षिका और ड्राइवर, लौट रहे थे झंडा वंदन कर
मिली जानकारी के अनुसार नैला के वार्ड 2 में इन दिनों डायरिया के प्रकोप से यहां के रहवासी परेशान हैं। बीते दिनों एक बुजुर्ग की मौत भी हो चुकी है और आधा दर्जन से अधिक लोग डायरिया से जूझ रहे हैं। इस मामले की जानकारी जब जिले के प्रभारी और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को हुई तो उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए वार्ड 2 में पहुंचकर पीड़ित परिजन से मुलाकात की।
Read More: पटरियों पर पानी भरने से इस रूट पर कई घंटे खड़ी रही गाड़ियां, कई ट्रेनें हुई रद्द
इस दौरान उन्होंने लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों को फटकार लगाई। साथ ही, डायरिया से पीड़ित अन्य लोगों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। बुजुर्ग की डायरिया से मौत मामले में जिला अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर की लापरवाही सामने आई है, क्योंकि बुजुर्ग को डिस्चार्ज कर दिया गया था, जबकि दूसरे दिन बुजुर्ग की घर में मौत हो गई। आपको बता दें, नैला के वार्ड 2 में डायरिया फैलने की खबर को IBC24 में प्रसारित की गई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य अमला हरकत में आया और मोहल्ले में कैम्प लगाया।
गौरतलब है कि नैला में 15 दिन भी डायरिया फैला था, जिसमें 30 से ज्यादा लोग पीड़ित हुए थे। बावजूद, स्वास्थ्य अमला सजग नजर नहीं आया। इस तरह एक बुजुर्ग की डायरिया से मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्री ने मोहल्ले के निरीक्षण के बाद कहा कि पानी में कुछ खराबी हो सकती है। इसकी जांच कराई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि समय पर कैम्प नहीं लगना, यह स्वास्थ्य अमले की बड़ी लापरवाही है।