खरगोन: अभी तक तो पुलिसकर्मियों द्वारा ही खरगोन जिले में अवैध हथियारों की खेप की धर पकड़ कर आरोपियों को जेल के शिकंजों तक पहुंचाया गया है। लेकिन लॉक डाउन के बीच पुलिसकर्मी ही अवैध देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस की तस्करी करते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार हुआ है। जो कहीं न कहीं पुलिस की खाकी वर्दी पर दाग लगा रहा है। ऐसा ही मामला प्रदेश के हरदा इलाके में सामने आया है, जहां पुलिस ने एक आरक्षक को हथियारों की तस्करी करते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार खरगोन जिले के भीकनगांव में हरदा जिले के डीआरपी लाईन में तैनात प्रधान आरक्षक रोहित यादव सिकलीगर से 5 अवैध पिस्टल के साथ साथ 3 देसी कट्टे और 6 राउंड कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है। मुखबिर की सूचना पर आरोपी प्रधान आरक्षक की घेराबंदी की गई। तभी आरोपी ने भागने का भी भरसक प्रयास किया। लेकिन आखिरकार वह भीकनगांव पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति हथियारों की खेप लेकर बमनाला से भीकनगांव की और आ रहा है। जिसके बाद आरोपी की घेराबंदी कर उसे धर दबोचा गया। इस व्यक्ति की पहचान हरदा जिले के डीआरपी लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक रोहित यादव के रूप में हुई है। आरोपी की चेकिंग की गई तो उसके कब्जे से 5 अवैध पिस्टल,3 देसी कट्टे ओर 6 राउंड जब्त किए हैं। लॉक डाउन के बीच आरोपी प्रधान आरक्षक को एक दिन का रेस्ट मिला था जिसके बाद वह हरदा से ग्राम सिगनूर पहुंच गया जहाँ से उसने चट्टान सिंग नाम के सिकलीगर से 40 हजार में ये अवैध देसी पिस्टल खरीदे थे।