मन्दसौर: शहर के तीन पुलिसकर्मियों द्वारा एक सर्राफा व्यवसायी के साथ लूट का मामला सामने आया है। आरोपी पुलिस कर्मियों में एक एसआई और दो आरक्षक शामिल हैं। तीनों ने मिलकर सराफा व्यवसाय के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
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दरअसल मामला 27 नवम्बर 2019 का है, जहां सर्राफा व्यवसायी उमराव लाल जैन रतलाम से व्यवसाय के सिलसिले में ट्रेन से मन्दसौर पहुंचे थे। इस दौरान सिटी कोतवाली थाने पर पदस्थ एसआई गोपाल गुणावत और आरक्षक गौरव और धर्मेंद्र ने इन्कमटैक्स ऑफिसर बनकर व्यवसायी को कार में बैठाए और उसे शहर से 30 किलो मीटर दूर हाइवे पर ले गए। यहां पुलिसकर्मियों ने उमराव लाल जैन से 111 ग्राम सोना लूट कर उसे भगा दिया। बताया गया कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उमराव लाल से मारपीट भी की। पुलिस ने अज्ञात आरोपीयो के खिलाफ लूट का मामला दर्ज जांच शुरू की इसके बाद इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज और आरोपी पुलिसकर्मियों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर चार दिन बाद नामज़द लूट का मामला दर्ज किया है। साथ ही दो लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है।
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गिरफ्तार आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने एक दिन का पीआर पुलिस को सोंपा है। जबकि लूट की वारदात का मुख्य आरोपी एसआई गोपाल गुणावत फरार बताया जा रहा है। आरोपी एसआई गोपाल गुणावत लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद थाने से दो दिन की छुट्टी लेकर फरार हो गया था। पुलिस का कहना है कि एसआई को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।
वहीं दूसरी ओर मामला उजागर होते ही सियासी पारा जोरों पर है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और मन्दसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने ट्वीट कर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पूरे मामले को विधानसभा में उठने की बात कही है।