भोपाल। 15 साल की उम्र में लड़कियों के प्रजनन योग्य हो जाने वाले अपने बयान पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने खेद जताया है। उन्होंने कहा कि गलती से मुंह से मातृत्व की जगह प्रजनन शब्द निकला। जिसका मुझे खेद है।
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सज्जन सिंह ने ये भी कहा कि वो अपनी इस बात पर कायम है कि बेटियों की शादी करने की उम्र 18 वर्ष ही रहना चाहिए। सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि वो बालिकाओं और महिलाओं के मुद्दों पर पिछले 15 सालों से बीजेपी की सरकार के खिलाफ अपनी बात रखते आए हैं।
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उनका सम्मान मेरे लिए हमेशा सर्वोपरि रहा है लेकिन बीजेपी की सरकार ने पिछले 15 साल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया। सज्जन वर्मा ने आरोप लगाया कि अपनी नाकामी को ढकने के लिए सीएम शिवराज सिंह 21 वर्ष का नया जुमला लाए हैं।
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उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना और कन्यादान योजना के भुगतान को टालने के लिए सीएम शिवराज सिंह शादी की उम्र बढ़ाना चाहते हैं। सज्जन सिंह ने सरकार और बीजेपी को कहा है कि राई का पहाड़ बनाकर डर्टी पॉलिटिक्स करने से अच्छा है कि बेटियों की सुरक्षा और विकास के लिए कोई ठोस कदम उठाएं।
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