भोपाल: मध्यप्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को बहुमत सिंद्ध करने का आदेश जारी किया है। बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र कल से शुरू हो रहा है। बजट सत्र की शुरुआत में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बहुमत सिंद्ध करने की प्रक्रिया शुरू होगी। सियासी बवाल के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने अपने विधायकों को राज्य के बाहर भेज दिया था। हालांकि सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक प्रदेश लौट आए हैं, लेकिन भाजपा और अन्य बागी विधायक अभी तक नहीं लौटे हैं। विधानसभा सत्र शुरुआत से पहले दोनों दलों की बैठक लगातार जारी है।
कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष विधिवत प्रक्रिया और परम्परा का पालन करेंगे। बजट सत्र में कई बार बहुमत परीक्षण का मौका मिलता है। राज्यपाल के अभिभाषण और धन्यवाद प्रस्ताव में होती है वोटिंग, अलग से फ्लोर टेस्ट की ज़रूरत नहीं है। अगर विधायकों की संख्या कम तो सदन के भीतर हो तय, शिवराज सिंधिया बैंगलुरू से ले आएं बंधक विधायकों को। हार जीत होगी तो फ्लोर में होगी, बैंगलुरू में नहीं।
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उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में जो सियासी बवाल मचा हुआ है, वो भाजपा का किया धरा है। देश की अर्थव्यवस्था और कोरोना वायरस की चिंता भाजपा को नहीं है। किसानों की गेंहू खरीदी, ओला मुआवज़ा की चिंता बीजेपी को नहीं है। सत्ता के लिए मरे जा रहे हैं भाजपा नेता। उन्होंने विधानसभा सत्र टालने के को लेकर कहा कि ये फैसला पर कहा कि ये विधानसभा अध्यक्ष ही तय करेंगे।