पेेड्रा: पूर्व सीएम अजीत जोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नायब तहसीलदार पतरस तिर्की के शपथ पत्र को झठा और बेबुनियाद करार दिया है। उन्होंने कहा है कि 6 जून 1967 और 6 मार्च 1986 को मुझे कंवर जाति का जाति प्रमाणपत्र जारी किया गया था। पेंड्रा रोड नायब तहसीलदार कार्यालय से जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है। उस समय प्रचलित नियमों के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
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उन्होंने यह भी कहा कि साल 1986 तक मैने आईएएस के तौर पर काम किया है। इस दौरान मेरी जाति को लेकर कोई सवाल खड़ा नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही मैं साल 1987 में राज्यसभा में आया तो मेरी जाति को लेकर सवाल उठने लगे। 1987 में इैदार हाईकोर्ट में मनोहर दलाल ने मेरी जाति को लेकर याचिका लगाई थी, जिसके बाद इंदौर हाईकोर्ट ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया था। डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में दौरान भी जबलपुर हाईकोर्ट ने भी मेरी जाति को लेकर मेरे पक्ष में फैसला सुनाया था।
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गौरतलब है कि नायब तहसीलदार पतरस तिर्की ने यापथ पत्र देकर इस बात से अवगत कराया है कि जिस समया जोगी को जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है उस समय तो पेंड्रा में नायब तहसीलदार कार्यालय था ही नहीं। जोगी को 1967-68 में जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है। उनका कहना है कि अजीत जोगी ने पहली बार नायब तहसीलदार पेंड्रा रोड के कार्यालय से जाति प्रमाण पत्र जारी होना बतलाया था।
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