कांकेर: प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ संजय कन्नौजे ने सोमवार को जिले के 12 कार्यालयों को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई अधिकारियों को कार्यालय से नदारद पाया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान नादराद कर्मचारियों के खिलाफ नारजगी जाहिर की ओर सोमवार को कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिए। साथ ही डॉ संजय कन्नौजे ने 59 अधिकारी और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार डॉ. संजय कन्नौजे ने सोमवार को कांकेर के पशुधन अस्पताल, उपसंचालक पशुधन सेवाएं, कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र, पशुधन प्रयोगशाला, लोकनिर्माण विभाग, परियोजना कार्यायल महिला एवं बाल विकास, कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, जनपद पंचायत और तहसील कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया।
प्रभारी कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय का निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। कार्यालय में लोक सेवा गारंटी अधिनियम तथा सूचना का अधिकार का बोर्ड लगाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त कार्यालय परिसर में तीन शासकीय वाहन कण्डम स्थिति में पड़े हुए हैं, उसे तत्काल नीलामी की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। प्रभारी कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने निरीक्षण करते हुए जल संसाधन कार्यालय में पहंुचे, उन्हें देखकर कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कम्प मच गई। प्रभारी कलेक्टर ने कार्यालय के दस्तावेजों का अवलोकन किया तथा उन्हें व्यवस्थित रूप से रखने के निर्देश कार्यपालन अभियंता को दिए और अनुपस्थित सहायक मानचित्रकार गढ़पाले और अन्य कर्मचारियों को शो-काज नोटिस जारी करने निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता को नरवा योजना को शीघ्रता से पूर्ण कराने निर्देश दिए।
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