उज्जैन: कोरोना संकट को देखते हुए उज्जैन जिला प्रशासन ने हलहारिणी अमावस्या और सूर्यग्रहण पर शनि मंदिर पर भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं, हलहारिणी अमावस्या और सूर्यग्रहण पर शिप्रा के सभी घाट पर स्नान पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन ने कोरोना के चलते स्नान के लिए आने वाली भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया है। इस संबंध कलेक्टर आशीष सिंह ने आदेश जारी कर दिया है।
बता दें कि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ महीने की अमावस्या 21 जून को आ रही है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस पर्व का विशेष महत्व है। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इस दिन हल और खेती के अन्य उपकरणों की पूजा की जाती है। क्योंकि इस अमावस्या के बाद वर्षा ऋतु आती है। आषाढ़ अमावस्या पर गंगा स्नान, दान और पितरों की तृप्ति के लिए तर्पण का विशेष महत्व होता है। इसे हलहारिणी अमावस्या भी कहा जाता है। इस पर्व पर दान करने से पुण्य मिलता है।