रायपुर: एसईसीएल ने लगातार तीसरे वर्ष कोयला उत्पादन में 150 मिलियन टन का आंकड़ा पार किया है। ऐसा करने वाली यह भारतीय कोयला उद्योग की एकमात्र कंपनी बन गई है। इस वर्ष कंपनी का कुल कोयला उत्पादन 150.61 मिलियन टन रहा। इस वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन को लेकर कई कीर्तिमान भी बने, जिनमें दिनाक 28-03-2021 को 1.063 मिलियन टन कोयला उत्पादन शामिल है। एसईसीएल के अर्विभाव से लेकर अबतक यह सर्वाधिक दैनिक उत्पादन है। कंपनी ने दिनांक 19.03.2021 ( 1.oo1 मिलियन टन) और 30.03.2021 (1.04 मिलियन टन) तथा वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन दिनांक 31.03.2011 (1.03 मिलियन टन) को भी 1.00 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादित किया गया। तुलनात्मक रूप से पिछले वित्तीय वर्ष में केवल एक दिन को 1.00 मिलियन टन कोयला का उत्पादन हुआ था। विदित हो कि फरवरी एवं मार्च 2021 में एसईसीएल का औसत मासिक कोयला उत्पादन ( मार्च 2021 में 26.43 मिलियन टन तथा माह फारवरी 2021 में 17.91 मिलियन टन कंपनी के इतिहास में इन दो महीनों में अब तक का सर्वाधिक रहा है।
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कई खदानों ने समय से पूर्व हासिल किया उत्पादन लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2020-21 में एसईसीएल की कई खदानी ने समय से पूर्व कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया है। इसमें कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मानिकपुर खुली खदान (4.9 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य 7.03.2021 गाय को पूर्ण/ खदान में लगातार सातवें वर्ष उत्पादन लक्ष्य पूरा किया) सोहागपुर क्षेत्र के खैरहा भूमिगत खदान ( 8.19 लाख उत्पादन लक्ष्य दिनाक 22.02.20217 को पूर्ण किया। बंगवार भूमिगत खदान (6.5 लाख टन उत्पादन लक्ष्य दिनांक 06.01.2021 को पूर्ण)) भटगांव क्षेत्र के महान-।। परियोजना (2.00 मिलियन टन दिनांक 14.03.2021 को पूर्ण) हसदेय क्षेत्र के राजनगर आरओ यूजी (2 लाख टन दिनांक 28.03.2021 को पूर्ण) तथा हल्दीबाड़ी यूजी (6.6 लाख टन दिनांक 24.03.2021 को पूर्ण ) शामिल हैं।
कोरोना काल की चुनौतियों के बीच कोल कंज्यूमरस ने दिखाया एसईसीएल में विश्वास
कोरोना काल में उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग के बावजूद इस अर्थ कपनी ने 1388 मिलियन टन कोयले का सप्रेषण किया। इस वर्ष प्रदूषण मुक्त परिवाहन को बकाया देते हुए कंपनी ने रेल डिस्पैच को प्रश्रय दिया तथा वार्षिक आधार पर रेल डिस्पैच में 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इस वित्तीय वर्ष में देश में कोला आयात के माता को कम करने के महती उददेश को बल प्रदान करते हुए एसईसीएल ने विभिन्न ई-अचशन स्कीमो के तहत ऑफर किये जाने वाले कोयले की मात्रा में गत वर्ष की तुलना में 300 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी के कुरामुण्डा क्षेत्र मे दिनाम SH 03 2021 को साइलो र 0 से फुत रेक लोटिंग की शुरुवात की गई जिससे कि त्वरित एवं प्रर्यावरण अनुकूल लाडिग के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा। इसी वर्ष दिनाक 2001 2031 को कपनी ने 75.रक के लोडिंग की जो कि एक दिन में अब तक की सर्वाधिक रेक लोडिग है। वित्तीय पैरामीटर पर कपनी ने मान-पायर एरियर रेक के लिकिपिडेशन] में बढी सपालता पाई है जिसम कि दिनाक 01.042020 को शेष 2000 रेक को लिक्विडेट करते हुए यह आकड़ा 1242 रेक तक ले आए। कच्चे कायाले की लोडिंग में अपनी ने वर्ष 2001 में 45 रेक प्रतिदिन का औसत हासिल किया है जो कि पिछले वर्ष के 55 रेक प्रतिदिन सजनिक तथा औसतपय में अब तक का सर्वाधिक है। मार्च महिने में कंपनी ने 555 रेक प्रतिदिन की रिकार्ड लोडिग की।
इस मौके पर एसईसीएल के आत्यक्ष-सह-प्रनय निदेशक एपी पण्डा में कंपनी के श्रम संघठनों यूनियन / एसोसियेशन के पदाधिकारियों तथा रेलवे एवं पर्यावरण सहित सभी स्टैक होल्डरों को उनके सतत सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है तथा आशा व्यक्त किया है कि भविष्य में भी उनका निस्तर सहयोग प्राप्त होता रहेगा। एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर में इस अवसर पर आयोजित संक्षिप्त सभा में कपनी के मुख्य सर्तकता अधिकारी, बी.पी.शर्मा निदेशक तकनीकी संचालन मनोज शुमार प्रसाद निर्देशक वित्त / कार्मिक एस एम चौधरी एवं निर्देशक तकनीकी (योजना/ परियोजन) एस के पाल, विभिन्न विभागाध्यक्ष, श्रम संघ यूनियन एसोसियेशन के पदाधिकारीगण महाप्रवक(कार्मिक / प्रशा) अनलेश कुमार सक्सेना एवं उनकी टीम उपस्थित रहे।