लॉक डाउन के बीच जनता को बड़ी राहत, बाजार में सब्जियों की आवक बढ़ी, कीमतों में गिरावट | Decrease Vegetable price in Korba

लॉक डाउन के बीच जनता को बड़ी राहत, बाजार में सब्जियों की आवक बढ़ी, कीमतों में गिरावट

लॉक डाउन के बीच जनता को बड़ी राहत, बाजार में सब्जियों की आवक बढ़ी, कीमतों में गिरावट

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 PM IST
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Published Date: April 3, 2020 3:14 pm IST

कोरबा: कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुए लॅाक डाउन के शुरूआती दिनों में मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से बढ़ते दाम और कम उपलब्धता की समस्या अब पूरी तरह खतम हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगे माल वाहक वाहनों को सुगम तरीके से चलाने की अनुमति पिछले दिनों दी थी। इसके बाद से कोरबा की थोक मंडियों सहित फल, सब्जियों के फुटकर विके्रताओं की दुकानों तक पर्याप्त मात्रा में सब्जियां पहुंचने लगी हैं। टमाटर, आलू, प्याज, मिर्च, धनिया, भिंडी, गोभी, बैगन सहित अन्य हरी सब्जियां भी भरपूर मात्रा में बाजारों में उपलब्ध हैं। कलेक्टर किरण कौशल ने भी थोक व्यापारियों से लेकर सब्जी बेचने वाले फुटकर विके्रताओं से मिलकर उनकी परेशानियां जानी थीं और सब्जी तथा फलों की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे। सब्जी और राशन की माल वाहक गाड़ियों को चलाने की अनुमति कौशल का कोरबा वासियों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय था। अब रोज जिला प्रशासन द्वारा तय किए गए सुबह 10 से शाम चार बजे तक के समय में कोरबा वासी बाजारों में पहुंच कर आसानी से सब्जियां फल आदि खरीद रहे हैं। आवक बढ़ जाने से सब्जियों और फलों के दाम भी पूरी तरह से नियंत्रण में है। पिछले 10 दिनों से कोरबा के बाजारों में आलू 20 से 25 रूपए किलो, प्याज 30 से 35 रूपए किलो, और अन्य हरी सब्जियां भी नियंत्रित दामों पर ही बिक रही है। लॅाक डाउन के शुरूआती दिनों में आवक कम होने के कारण टमाटर की कीमतें 50 रूपए किलो तक पहुंच गई थी जोकि अब घटकर 20 से 25 रूपए किलो तक आ गई है। जिला प्रशासन कोरबा आवश्यक वस्तुओं की लोगों तक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सजग और गम्भीर है तथा बाजारों में लगातार निगरानी करने के कारण दूध, फल, सब्जी के दामों में अनावश्यक बढ़ोत्तरी नहीं हुई है तथा कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण है।

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कोरोना वायरस के विश्वव्यापी संक्रमण के चलते भारत में 14 अप्रैल तक लागू लाॅकडाउन के कारण रेल, सड़क तथा सम्पूर्ण यातायात के साधन बंद हैं। केवल अति आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की अनुमति दी गई है। राज्य प्रशासन के निर्देशानुसार सब्जी, फल, दूध के परिवहन को सुगम बनाने तथा इससे जुड़े किसानों, मजदूरों को खेत में जाने की अनुमति देने के कारण कोरबा जिले के फल-सब्जी मंडियों में फल-सब्जियों की आवक बढ़ गई है। खरीददारी करने वाले लोग पर्याप्त मात्रा में सब्जियों के मिलने से खुशी जाहिर करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार का आभार प्रकट कर रहे हैं। कोरबा शहर स्थित बुधवारी सब्जी बाजार में थोक व्यापारी अब प्रतिदिन थोक भाव का रेट-लिस्ट दुकान के बाहर चस्पा कर रहे हैं। जिससे दूर से आने वाले चिल्हर सब्जी विक्रेता को खरीददारी करने में कोई परेशानी नहीं हो रही है तथा सब्जियों के दामों में होने वाली मुनाफाखोरी में भी राहत मिल रही है।

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थोक सब्जी बेचने वालों ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में सब्जियाॅं मण्डी में आ रही है तथा सब्जियों के परिवहन में लगी गाड़ियों पर कोई रोक-टोक नहीं है और खेत तक मजदूर भी काम करने के लिए जा रहे हैं। जिससे शहर में सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में बनी हुई है। राज्य शासन ने राज्य में लागू लाॅकडाउन के दौरान लोगों तक अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बने रहे तथा कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए कई राहतभरे फैसले लिए हैं। राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम तथा नियंत्रण हेतु समस्त परिवहन सेवाओं को बंद कर दिया गया है। लेकिन आमजनों तक आवश्यक वस्तुओं की पहुॅंच पर्याप्त मात्रा में बनी रहे, इसके लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कोरोना वायरस से बचाव हेतु जरूरी उपाय करते हुए परिवहन करने में छूट दी गई है तथा किसान, मजदूरों को सब्जियों-फसलों के खेतों में निश्चित दूरी बनाकर और पर्याप्त सावधानी बरतकर खेतों में काम करने के निर्देश दिए हैं।

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