रायपुर: रायगढ़ के विशेषीकृत कोविड-19 अस्पताल के डॉक्टरों एवं स्टॉफ को कोरोना वायरस संक्रमित महिला का सुरक्षित प्रसव कराने में सफलता मिली है। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों की हालत स्थिर है। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उसमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं है। रायगढ़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सी-सेक्शन डिलीवरी का यह पहला प्रकरण है। गर्भवती महिला के कोविड-19 पीड़ित होने के कारण सुरक्षित प्रसव कराना चुनौतीपूर्ण था। कोरोना वायरस संक्रमण की चुनौती से निपटने प्रदेश में तैयार किए जा रहे विशेषीकृत कोविड अस्पतालों में डिलीवरी का यह पहला प्रकरण था।
जम्मू से लौटी रायगढ़ के सारंगढ़ विकासखंड की गर्भवती महिला को गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। वहां से उसे 31 मई को रायगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था। क्वारेन्टाइन सेंटर से लाई गई इस महिला को आइसोलेशन वार्ड में रखकर कोरोना वायरस जांच के लिए सैंपल लिया गया था। आरटी-पीसीआर टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तत्काल इलाज के लिए रायगढ़ के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल शिफ्ट किया गया, जहां 2 जून को सुबह डॉक्टरों की टीम ने महिला की सफल और सुरक्षित डिलीवरी कराई। इस टीम में रायगढ़ मेडिकल कॉलेज की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरवन्ती, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. पी.एल. पटेल और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. स्वरूप भोई शामिल थे। डिलीवरी के बाद अभी जच्चा-बच्चा दोनों की हालत स्थिर है। स्टॉफ नर्सों द्वारा नवजात की देखभाल की जा रही है। साथ ही महिला का कोविड-19 का इलाज जारी है।
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प्रदेश में बनाए गए विभिन्न कोविड अस्पतालों में इलाजरत मरीज लगातार ठीक होकर घर लौट रहे हैं। इन सर्वसुविधायुक्त अस्पतालों में कुशल डॉक्टरों एवं प्रशिक्षित नर्सों की तैनाती की गई है। रायगढ़ में हुई कोरोना पॉजिटिव महिला की सफल सिजेरियन डिलीवरी प्रदेश का पहला मामला है जहां कोविड-19 के उपचार के बीच गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया है।