जबलपुर। एनजीटी के सख्त आदेश के बाद भी मध्यप्रदेश के कई शहरों में पटाखों पर प्रतिबंध ना लगाए जाने को, एनजीटी की प्रिसंपल बैंच दिल्ली में चुनौती दी गई है। एनजीटी ने आज इस मामले पर सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
ये भी पढ़ें- अमेरिका सरकार ने तहाव्वुर राणा की रिहाई का विरोध किया, कहा देश से भ…
सुनवाई के दौरान एनजीटी की बैंच ने ओपन कोर्ट में एक अहम टिप्पणी भी की, एनजीटी की बैंच ने ओपन कोर्ट में कहा कि पटाखों पर बैन का पालन करवाने की बजाय कुछ राज्यों में नेताओं ने लोगों को खूब पटाखे फोड़ने के लिए उकसाया है। फिलहाल एनजीटी ने मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है, जिसे आज शाम या कल सुनाया जा सकता है।
ये भी पढ़ें- भारत में मलेरिया के मामलों में आई गिरावट : डब्ल्यूएचओ
एनजीटी में ये याचिका जबलपुर के नागरिक उपभोक्ता मंच की ओर से दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि एनजीटी के स्पष्ट आदेश के बाद भी मध्यप्रदेश में राजनैतिक दबाव के चलते कई शहरों में पटाखों पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया, ऐसा होने से दीवाली में खूब पटाखे फोड़े गए और प्रदूषण बढ़ने से कोरोना संक्रमण भी तेजी से फैलने लगा, याचिका में दिवाली के अगले दिन प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में दर्ज किया गया एयर क्वालिटी इंडैक्स भी पेश किया गया था जो पूअर या वैरी पूअर कैटिगरी में पाया गया। फिलहाल एनजीटी ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।