भोपाल: सीएम शिवराज ने शनिवार को प्रदेश के 550 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेषज्ञ टेलीमेडिसिन सेवा तथा सुरक्षित मातृत्व के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमांड सेंटर का शुभारंभ किया। वहीं, इस अवसर पर उन्होंने जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल का नाम बदलकर पुराने नाम सेठ गोविन्ददास रखने की घोषणा की है। अस्पताल का नाम बदलने को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि विक्टोरिया नाम गुलामी का प्रतीक है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ते-लड़ते एक वर्ष बीत गया। सभी कोरोना वॉरियर्स वो जो हमें छोड़कर चले गए, उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं और जो लड़ रहे हैं उनका सम्मान करता हूंं। घरेलू हिंसा के मामले अब भी हैं। पिछले दिनों आए तीन मामलों ने मुझे अंदर से हिला दिया। घरेलू हिंसा के खिलाफ कठोर कानून बनेगा। आज मैंने निर्देश दिया है नया कानून बनाएंगे, ऐसी बहनों को हम सामाजिक सुरक्षा भी देंगे।
कोरोना का संक्रमण टला नहीं है, प्रधानमंत्री जी ने इस लड़ाई में हमारा अद्भुत नेतृत्व किया। वैक्सीन बनाने में सफलता पाई। जब तक राहत की सांस ले पाते संक्रमण एक बार फिर से बढ़ने लगा। प्रदेशवासियों अपनी सक्षम टीम के भरोसे संकट से जूझ के हम निपट लेंगे और संकट के पार आपको लेकर जाएंगे। हम उपाय कर रहे हैं एक संकमण रोकने के उपाय, दूसरा अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में बिस्तरों की व्यवस्था है।
गरीबों का इलाज नि:शुल्क होगा, ये प्रतिबद्धता है हमारी, कोई कसर नहीं छोड़ेंगे संक्रमण बढ़ने से रोकने में आपको सहयोग चाहिए। संक्रमण रुकेगा #Mask लगाने से। मास्क वायरस को शरीर के अंदर जाने से रोकेगा। सोशल डिस्टेंसिंग बनायी, हाथ सैनिटाइजर से साफ करते रहें तो वायरस की पकड़ में नहीं आएंगे, मैं बस इतनी अपील कर रहा हूं। अलग-अलग त्योहार हैं इसे सावधानी से मनाएं। अपने लिए अपने परिवार के लिए इस बार #मेरी_होली_मेरे_घर। कोई भी त्योहार हो परंपरा पूरी करें, लेकिन वह बिना भीड़ के भी हो सकती है। जब मानवता के सामने संकट खड़े होते हैं तो रास्ते नए निकाले जाते हैं। डॉक्टर्स की कमी न रहे इसलिए नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। हमारा टारगेट है इन्हें इतना बेहतर बनाना कि जिले की जनता जिले के अस्पताल में ही इलाज कराएं।
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मातृ मृत्युदर, जन्म देते समय मां दुनिया छोड़ जाए तो ये अंत्यंत दु:खद है। सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन आज प्रारंभ किया गया। माताएं बचनी चाहिए, सुरक्षित मातृत्व के लिए सुमन सचमुच में एक बहुत बड़ी पहल है। हमने कायाकल्प अभियान शुरू किया है। कौन-सा अस्पताल नंबर एक है। जब स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होती है तो कई बार चमत्कारी परिणाम सामने आते हैं। जबलपुर, जेपी अस्पताल भोपाल, शासकीय चिकित्सालय विदिशा नंबर तीन, सेठ गोविंददास अस्पताल को भी मैं बधाई देता हूं।
चुनौतियां हैं, लेकिन हम चुनौतियों से जूझने का हौसला हम लेकर आए हैं। मैं चाहता हूं स्वास्थ्य के क्षेत्र में चमत्कार हो। मुझे विश्वास है हम सबके प्रयासों से #Corona को हराने में सफल होंंगे। कोरोना हारेगा, मानवता जीतेगी। लापरवाही नहीं। अकेले कर सकते तो हम ही कर लेते, लेकिन आपका सहयोग चाहिए।
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