भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश इंन्वेस्टर समिट का आयोजन किया है। इस आयोजन में करीब 130 गोल्ड कैटैगरी उद्योगपति और 700 ग्रीन कैटेगरी के उद्योगपति शामिल। मेग्नीफीसेंट मध्यप्रदेश के संबंघ में सीएम कमलनाथ ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मेग्नीफीसेंट मध्यप्रदेश के जरिए लोगों का विश्वास मध्यप्रदेश के प्रति बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि मेग्नीफीसेंट मध्यप्रदेश में कई लोग ऐसे आए हुए थे जिन्हें मध्यप्रदेश के बारे में जानकारी ही नहीं थी।
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कमलनाथ ने कहा कि ये दिखावे का कार्यक्रम नहीं था। हमने ऐसा वातावरण बनाया जिससे विश्वास बढ़े, अच्छे गवर्नेन्स को देने के माहौल बनाया है। मैंने 121 चर्चा की है, मैं एमओयू के चक्कर में नहीं पड़ता। ये दिखावा होता, ये सरकार का पहला प्रयास था। इजराइल की कंपनी 1200 करोड़ का निवेश करेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि सबसे बड़ी बात यह होती है कि उद्यमियों को कैसे आकर्षित किया जाए। उद्यमियों को बिना आकर्षित किए आप उनके सामने डिमांड नहीं कर सकते। आईटी कंपनी 1 हजार करोड़ का निवेश करना चाहती है। जो हमारे आईटी एक्सपर्ट बैंगलोर जैसे शहर में है। उन्हें वापस लाने का प्रयास करेंगे। इंडिया सीमेंट शुरुआत में 1200 करोड़ का निवेश करेगी। जैसे मुम्बई में बांद्रा कुर्ला कॉप्लेक्स है वैसे ही इंदौर में भी बनाएंगे। हम गिनती में विश्वास नहीं करते है, कई प्रस्ताव आए हैं।
मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता हूं। पहले सिंगल विंडो के पीछे 10 विंडो होती थी, जो खुलती नहीं थी। वाकई में अब सिंगल विंडो होगी। मैंने ये तैयारी चुनाव के पहले शुरू कर दी थी। क्योकि मुझे पता था कि सरकार हमारी बनने वाली थी। मैं केंद्रीय मंत्री था तो जानता हूं कि उद्यमियों की क्या परेशानी होती है। निवेश के बाद हम तीन साल बाद मॉनिटरिंग करेंगे। निवेश के लिए मध्यप्रदेश के 70 फीसदी लोगों को रोजगार देना होगा। मैं अलगे 5 साल का नक्शा बना रहा हूं। मुझे सीईओ मानें या मुख्यमंत्री मुझे केवल जनता का सर्टिफिकेट चाहिए।