रायपुर: छत्तीसगढ़ में मादा हाथियों की मौत का मामले की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने गंभीरता दिखाते हुए संज्ञान लिया है। वहीं प्रदेश सरकार ने मादा हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति 20 दिनों के भीतर मामले की जांच कर राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौपेगी। इस बात की जानकारी वन मंत्री मोहम्मद अबकर ने दी है।
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मंत्री मोहम्मद अकबर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मादा हाथियों की मौत के मामले में समिति का गठन किया गया है, जो 20 दिन के भीतर मामले में जांच कर राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। समिति यह जांच करेगी कि हाथियों की मौत किन परिस्थितियों में हुई है? क्या यह किसी की लापरवाही से हुई है? इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं? उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए?
वहीं दूसरी ओर मंत्रालय के अधीन हांथियों की माॅनिटरिंग डिपार्टमेंट आज संभाग भर के अधिकारी और विशेषज्ञों से विडियों कांफ्रेसिंग के जरिये तीन दिन में हूए तीन हंथिनियों के मौत पर जवाब तलब करेगी।मामले में वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर ऐसी कौन सी वजह थी कि एक के बाद एक लगातार तीन मादा हाथियों की मौत हो गई। तीन हांथिनियों की मौत के बाद वन विभाग के पास अभी तक कोई स्पष्ट कारण नहीं है कि आखिर ये मौतें कैसे हुई?
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