रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी सदन में धान खरीदी का मुद्दा गूंजा। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया। विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए गर्भगृह तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे थे। मांगों से सम्बंधित तख्ती लहराते हुए विपक्ष ने गर्भगृह में प्रवेश किया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास मंहत ने सभी सदस्यों को निलंबित कर दिया है। अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को बाहर जाने का निर्देश दिया, बावजूद इसके वे लगातार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले भाजपा और संयुक्त विपक्ष के सदस्यों ने धान खरीदी को फिर से शुरू करने की मांग की। विपक्ष ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 1 लाख 34 हजार 212 किसानों का धान अभी भी खरीदा नहीं गया है। उन किसानों का धान सरकार को खरीदना चाहिए, चाहे कितना भी वक्त लगे। भाजपा ने इस मामले में मुख्यमंत्री से बचे किसानों का धान खरीदने की घोषणा करने की मांग की है।
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विपक्ष की पमांग पर सदन में जवाब देते हुए कृषि मंत्री रविंद्र ने कहा कि सरकार ने किसानों को 83 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा है। अगर आपको किसानों की इतनी चिंता है, तो आप मुख्यमंत्री से क्यों नहीं मिले? इतना सुनते ही विपक्षी सदस्य फिर से शोर शराबा करने लगे। भाजपा सदस्यों ने कहा कि संयुक्त विपक्ष चाहता है कि
मुख्यमंत्री बता दें कि बचे हुए किसानों का धान खरीदेंगे या नहीं?