भोपाल, मध्य प्रदेश। कमलनाथ कैबिनेट की बैठक में अतिथि विद्वानों के लिए भी बड़ा फैसला लिया गया है। मंत्री जीतू पटवारी के मुताबिक कोई भी अतिथि विद्वान बाहर नहीं होंगे।
पढ़ें- पुलिस चौकी प्रभारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस क…
पटवारी के मुताबिक अतिथि विद्वान पहले की तरह कार्य करेंगे। क्रीड़ा या ग्रंथपाल में कार्यरत वे अतिथि विद्वान जिन्हें पीएससी से मौका मिला, लेकिन जो पहले से भी हैं वह भी काम करेंगे। जीतू पटवारी ने आश्वासन दिया है कि कोई भी अतिथि विद्वान बाहर नहीं किए जाएंगे।
पढ़ें- भू-राजस्व धारा 244 में संशोधन, पट्टेदारों को मिलेगा जमीन का मालिकाना हक
वहीं पटवारी ने अतिथि विद्वानों की परेशानी के लिए शिवराज सिंह और उनकी पूर्व सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अतिथि विद्वानों के लिए जीएडी ने एक समिति गठित की है।
पढ़ें- बिना परमिट और टैक्स पटाए चल रही 20 बसें जब्त, 1 करोड़ का टैक्स था ब…
लेकिन समिति केवल किसी एक विभाग के लिए फैसला नहीं ले सकती है। जीतू पटवारी ने अतिथि विद्वानों से काम पर वापस लौटने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार ने जो वचन दिया है उसे हम पूरा करेंगे’, लेकिन पुरानी सरकार की गलतियों के चलते प्रदेश का हर वर्ग परेशान है।
पार्टी का फोकस हाईप्रोफाइल वार्डों में
Follow us on your favorite platform: