उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में साल 2016 में हुए सिंहस्थ कुंभ मेले में शौचालय निर्माण और एलईडी लाइट लगाने में हुए घोटाले पर एमपी पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा ने दो एफआईर दर्ज किए हैं। ईओडब्ल्यू के अफसरों के मुताबिक सिंहस्थ कुंभ के तमाम घोटालों में कई करोड़ों रुपयों का अतिरिक्त भुगतान किए जाने के भी सबूत मिले हैं।
दरअसल सिंहस्थ कुंभ 2016 में अस्थाई शौचालय निर्माण में 1 करोड़ 32 लाख रुपए के अतिरिक्त भुगतान के सबूत मिले हैं। इसके अलावा सिंहस्थ क्षेत्र में एलईडी वेपर लैंप लगाने में भी 3 करोड़ रुपए का अतिरिक्त पेमेंट किया गया है। ईओडब्लू में दोनों मामलों में उज्जैन नगर पालिक निगम के अफसरों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
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इसके अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी यानी पीएचई विभाग के तहत पाइपलाइन बिछाने के एक मामले में प्राथमिक जांच भी शुरू की गई है। ईओडब्लू की जांच के बिंदुओं की मानें तो जो काम 15 करोड़ रुपए में हो सकता था, उसके लिए 50 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, यानी 35 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान इस मामले में किया गया है। वहीं, फर्जी मस्टर रोल बनाने और उसमें 75 लाख रुपए के अतिरिक्त भुगतान मामले में भी प्राथमिक जांच शुरू की गई है। कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे ने बीजेपी के राज में हुए सिंहस्थ घोटाले पर कहा कि बीजेपी भगवान के नाम पर भी भ्रष्टाचार करती है लिहाज़ा कांग्रेस सरकार किसी को भी नहीं बख्सेगी। उधर बीजेपी नेताओं का सिंहस्थ घोटाले में दर्ज प्रकरणों पर कहना है कि कांग्रेस मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
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