रायपुर: राजधानी रायपुर में नशीली दवाओं के गोरख कारोबार का ड्रग विभाग ने बड़ा खुलासा किया है। प्रारंभिक जांच के बाद ड्रग विभाग ने बताया कि लायसेंस निरस्त होने के बाद भी दुर्ग का चौहान मेडिकल स्टोर द्वार नशीली दवाओं का विक्रय किया जाता था। चौहान मेडिकल ने 1 महिने में 1 लाख 10 हजार नशीली दवाओं की बातलें मार्केट में बेची है। फिलहाल मामले में ड्रग विभाग जांच कर रही है और देर शाम कई बड़े खुलासे कर सकती है। वहीं, मेडिकल स्टोर संचालक अजय चौहान और अतिशोर चौहान फरार हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने सोमवार को चौहान मेडिकल में दबिश दी। हालांकि इस दौरान ड्रग विभाग की टीम को कोई भी दस्तावेज और नशीली दवाओं की बोतलें नहीं मिली। लेकिन अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा है कि चौहान मेडिकल की ओर से रायपुर के एक सीएंडएफ से नशीली दवाओं की बिलींग कराई जाती है और 1 महीने में 1 लाख 10 हजार से ज्यादा बोतलें मार्केट में खपाई जा चुकी है।
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