भोपाल। राजधानी में सेक्सटॉर्शन करने वाले अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने राजस्थान से 2 आरोपी और हरियाणा से 1 आरोपी को गिरफ्तार किया है।
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आरोपी महिलाओं के नाम की फर्जी फेसबुक ID बनाकर युवकों से दोस्ती करते थे। दोस्ती के बाद व्हाट्सएप नंबर लेकर अश्लील बातें करते थे, इस दौरान युवकों को उत्तेजित करके उनके कपड़े उतारने को कहते थे। इस दौरान वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर लिया जाता था।
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इसके बाद युवकों को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। सायबर क्राइम भोपाल की टीम ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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इससे पहले बीते कल राष्ट्रीय राजधानी की क्राइम ब्रांच ने एक ‘सेक्सटॉर्शन रैकेट’ का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने सेक्स रैकेट से जुड़े मोहम्मद बरकत अली नाम के मास्टरमाइंड को गुड़गांव से गिरफ्तार किया था। स्थानीय गैंग संयुक्त होकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। आरोपी सोशल मीडिया पर सुंदर लड़कियों की फोटो लगाकर फर्जी आईडी के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। इस गैंग के सदस्य युवकों के साथ सेक्स चैट करने के बाद युवकों को वीडियो कॉल के लिए उकसाते थे। वीडियो कॉल पर किसी लड़की को कपड़े उतारते हुए दिखाते फिर लड़कों से कपड़े उतारने को कहते थे। इस दौरान कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती थी। बाद में इसी रिकॉर्डिंग के जरिए युवकों को ब्लैकमेल किया जाता था।
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सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने की धमकी
क्राइम ब्रांच इस धंधे में लिप्त अन्य अपराधियों को मेवात क्षेत्र में खोज रही है। दिल्ली के जॉइंट कमिश्नर ने जानकारी देते हुए कहा, “वॉट्सऐप कॉल रिकॉर्ड करने के लिए गैंग स्क्रीन रिकॉर्डर का इस्तेमाल करता था। फिर धमकी दी जाती कि पैसा नहीं दोगे तो वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देंगे।”
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फेसबुक, वॉट्सऐप, टेलीग्राम, टिंडर पर ढ़ूढ़ते थे शिकार
पुलिस की जानकारी के मुताबिक पहले यह गैंग लोगों को वॉट्सऐप पर कार और बाइक बेचता था। सितंबर 2008 में बरकत अली ने अपने साथियों के साथ कर्नाटक के मैसुरु में बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। कोरोनाकाल में ये गैंग फेसबुक, वॉट्सऐप, टेलीग्राम, टिंडर जैसी ऐप्स पर सेक्सटॉर्शन में लग गया। इस गैंग ने पिछले कुछ महीनों में 200 से ज्यादा लोगों से ठगी की है।
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15 हजार में करते थे डील
पुलिस को बीते कुछ महीनों से सेक्सटॉर्शन की कई शिकायतें मिली थीं। इस दौरान पुलिस ने जांच शुरु की तो पता चला कि गैंग सेक्सटॉर्शन में लगी हुई है। वहीं ये गैंग ब्लैकमेल करने वालों से मात्र 15,000 रु मांगते थे। युवक भी इस रकम को बिना किसी शोर – शराबे के दे देते थे। हालांकि कुछ लोगों ने गैंग के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि रैकेट का मास्टरमाइंड 13 जून को गुड़गांव के कुकरोला गांव आने वाला है। पुलिस पहले से तैयार बैठी थी, जैसे ही यहां बरकत अली पहुंचा उसे दबोच लिया। आरोपी हरियाणा के पलवल का रहने वाला है। हाईस्कूल की पढ़ाई के बाद से ही इसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था।