रायपुर: असम की सत्ता में भाजपा ने दूसरी बार वापसी की है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने असम की 29 सीटों में 20 सीटों पर जीत दर्ज की है। लेकिन असम की जीत में छत्तीसगढ़ के संगठन महामंत्री पवन साय और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा है। असम विजय के लिए छ्त्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने एक माह तक कैंप करके अपने प्रभार के 29 सीटों में 20 सीटों में विजय दिलाने के लिए सफल योजनायें बनाई, जिसका ही नतीजा है कि भाजपा फिर दूसरी बार सत्ता में काबिज हुई है।
तीन लोकसभा क्षेत्र की 29 सीटों पर लोकसभावार प्रभारी नियुक्त किया गया था। भाजपा प्रदेश महामंत्री किरण देव को जोरहट लोकसभा के दस सीटों का प्रभार दिया गया था, जिसमें 5 सीट जितने में भाजपा सफल हुई है। भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव को तेजपुर लोकसभा की 9 सीटें जीताने की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां पर भाजपा ने 9 सीटों पर विजय हासिल की है।
वहीं कलियाबर लोकसभा क्षेत्र की 10 में से 6 सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया है, यहां पर विनोद शुक्ला व ड़ॉ. देवेन्द्र शर्मा को प्रभार दिया गया था। इसके साथ ही अलग-अलग विधानसभा वार छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की तेजपुर, बोरसोला, डिबरूगढ़ में चार सभाएं हुई थी। इन क्षेत्रों में भी भाजपा को आशातीत परिणाम मिले हैं।
भाजपा की इस जीत से असम में सत्ता राह और आसन हुई है। प्रमुख रूप से पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, अभिषेक सिंह, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, लखन देवांगन, संतोष उपाध्याय, नवीन मार्रकंडेय, विरेन्द्र साहू, प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव, नीलू शर्मा, डॉ सुनील साहू, रामू रोहरा सहित कार्यकर्ताओं की टीम जुटी रही।