भोपाल: झाबुआ विधानसभा हार के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के इस्तीफे की मांग करना सीधी के बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला को भारी पड़ गया। केंद्रीय नेतृत्व ने शुक्ला के बयान पर संज्ञान लेते हुए केंद्र के निर्देश पर प्रदेश संगठन ने विधायक शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बता दें कि झाबुआ चुनाव के परिणाम आने के बाद सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने राकेश सिंह के खिलाफ बड़ा बयान देते हुए प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की मांग की थी।
Read More: भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक संपन्न, मंत्रिमंडल इन प्रस्तावों पर लगाई मुहर
बीजेपी सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि केंद्र ने विधायक शुक्ला के बयान को अनुशासनहीनता माना है और इसलिए उन्हें नोटिस दिया गया है। नोटिस का जवाब आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी। सांसद शर्मा ने कहा है कि झाबुआ चुनाव में टिकट वितरण से लेकर पूरी रणनीति किसी एक व्यक्ति ने नहीं बल्कि पूरे संगठन ने तय की थी। ऐसी स्थिति में हार के लिए कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार नहीं हो सकता।
गौरतलब है कि झाबुआ उप चुनाव में मिली हार के बाद सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल ने गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को लेकर बड़ा दिया था। उन्होंने कहा था कि राकेश सिंह सही तरीके से प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहने के लायक नहीं हैं, उनके कारण ही मध्यप्रदेश में भाजपा चौपट हो रही है। उन्होंने प्रबंधन से मांग करते हुए कहा कि राकेश सिंह को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया जाना चाहिए। मेरे पास बहुत सारे ऐसे कारण हैं जो राकेश सिंह को हटाने के लिए काफी है। उचित समय आने पर फोरम के सामने बात रखूंगा।