भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में फेल होने के और दो विधायकों के पाला बदलने के बाद बीजेपी बैकफुट पर है। सत्ता पर काबिज होने के बाद पहली बार कांग्रेस ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। 122 विधायकों का समर्थन मिलने के बाद सीएम कमलनाथ भी बेहद उत्साहित हैं। सीएम कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं से मुलाकत कर रहे हैं। इसी क्रम में सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए विधायक संजय पाठक से मुलाकात
की है। बीजेपी विधायक और पूर्व कांग्रेस नेता संजय पाठक के साथ सीएम कमलनाथ की इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज
हो गई है।
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फ्लोर टेस्ट में फेल होने के बाद बीजेपी लगातार डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है। इस मामले में पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का बयान सामने आया है। भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश का आरोप लगाया है। सिंह ने कहा किफ्लोर टेस्ट में बीजेपी लाइन के खिलाफ वोट कर विधायक त्रिपाठी और कोल ने पार्टी को चीट किया है । जब भूपेंद्र सिंह से प्लोट टेस्ट में फेल होने के बारे सवाल किया गया तो जवाब में भूपेंद्र सिंह ने कहा ऐसी तो कोई बात नहीं है। पार्टी इस विधेयक का समर्थन कर रही थी। लेकिन डिविजन मांगना पहले से तय था।
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बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा में बुधवार को दंड विधि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन में भाजपा के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी (मैहर) शरद कौल (ब्यौहारी) ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर सरकार की नीतियों से सहमति जताई है। साथ ही बार बार अल्पमत की सरकार कहने वाले भाजपा के नेताओं को आइना भी दिखाया है।
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ज्ञात हो कि गौ-रक्षकों के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे लोगों पर लगाम कसने गौवंश वध प्रतिशेध संशोधन विधेयक 2019 प्रस्तुत किया। इस दौरान सदन में मौजूद भाजपा विधायक बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी और विधायक शरद कौल ने ना केवल क्रॉस वोटिंग की बल्कि सीएम कमलनाथ के पक्ष में बयान भी दिया। दोनों विधायकों ने कमलनाथ को विकास पुरुष बताते हुए अपना समर्थन देने की बात कही है। इस विधेयक के तहत दोषी व्यक्ति को 3 साल तक की सजा हो सकती है। प्रदेश विधान सभा में बुधवार को गौवंश वध प्रतिशेध संशोधन विधेयक 2019 पास हो गया।
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दोनों विधायक कांग्रेस से भाजपा में हुए थे शामिल
ज्ञात हो कि 2014 लोकसभा चुनाव से दो दिन पहले मैहर से कांग्रेस विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा पार्टी से नाराज होकर भजापा में प्रवेश कर लिया था। इसके बाद 2016 के उप चुनाव में भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के मनीष पटेल को 28282 मतों से हराया। नारायण त्रिपाठी 2005 में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष भी रहे। वहीं, एक समय में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक शरद कौल ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रामपाल सिंह 32450 वोटों से हराया था। अब वे कांग्रेस में वापसी करने की राह पर हैं।
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