रायपुर: भूपेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी किए जाने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं में खुशियों का महौल बना हुआ है। सरकार के इस फैसले को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स का कहना है कि सरकार ने हमारी चिंता कर मानदेय बढ़ाया है, इससे हमारा उत्साह बढ़ा है। बता दें छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान मानदेय को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने लंबे समय तक प्रदर्शन किया था। इसके बाद सरकार ने मानदेय बढ़ाने आश्वासन दिया था।
मानदेय बढ़ाए जाने को लेकर बालोद जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम खेरथाडीह के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-दो की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चमन नेताम ने कहा है कि शासन से जो मानदेय मिल रहा है, वहीं हमारा घर परिवार चलाने का मुख्य सहारा है। क्योंकि उनका मात्र पचास डिसमिल कृषि जमीन है। पति कृषि कार्य के साथ मजदूरी करते हैं। एक लड़का और एक लड़की है, वे स्कूल में पढ़ रहे हैं, अब उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाएंगे।
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वहीं, इस आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका बसंती नेताम ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मानदेय बढ़ने से बहुत हद तक उनकी आर्थिक समस्याओं का समाधान हुआ है। अब उनकी दीनचर्या की अन्य जरूरतें भी पूरी हो सकेगी।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन ने सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 1500 रूपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 1250 रूपए तथा आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में 750 रूपए की बढ़ोत्तरी करने का फैसला लिया था। आंगनबाड़ी वर्कर्स को बढ़ा हुआ मानदेय अगस्त माह से मिलने लगेगा।