भोपाल: सरकारी पैसे को पलीता कैसे लगता है, इसका खुलासा फायर-बिग्रेड डीजी के औचक निरीक्षण के बाद सामने आया है। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने आपदा-विपदा फंड से साल 2008 में 15 गाड़ियां खरीदी थी, जिसमें से 9 गाड़ियां 12 साल तक यानि कि चार फरवरी 2021 तक फायर-बिग्रेड के इंदौर कार्यालय में खुले में रखी-रखी सड़ गईं। दो करोड़ 23 लाख रुपए की लागत से खरीदी गई ये गाड़ियां कंपनी से आने के बाद एक किलोमीटर भी नहीं चली और खुले में खड़ी-खड़ी सड़ गई।
आलम यह रहा कि गाड़ियों के आसपास पहियों के बराबर घास जमकर खड़ी हो गई। फायर-बिग्रेड डीजी शैलेष सिंह ने 4 फरवरी 2021 को जब औचक निरीक्षण किया, तब मामले का खुलासा हुआ और नगर-निगम के साथ फायर-बिग्रेड अफसरों को जमकर फटकार लगाते हुए, सभी 9 गाड़ियों को नगर-निगम पहुंचा दिया। डीजी शैलेष सिंह का कहना है कि नगर-निगम और फायर-बिग्रेड दोनों स्तर पर लापरवाही दिखी है।