श्योपुर। जिले में आयोजित नेशनल लोक अदालत में आपसी सहमति और समझौते से 299 प्रकरणों निराकरण हुआ। नेशनल लोक अदालत में, प्रधान जिला न्यायाधीश, प्रदीप मित्तल ने पति-पत्नि के बीच समझौता कराकर अलग रह रहे दम्पति को मिलवाया। उक्त प्रकरण में पत्नी सुलोचना की शादी अप्रैल 2011 को सम्पन्न हुई थी जिसकी दो संतानें थी प्रार्थिया का पति वर्ष 2014 से मजदूरी करने जयपुर चला जाता था।
Read More News: मौसम की बेरुखी ने बढ़ाई किसानों की चिंता, कई इलाकों में सूखे जैसे हालात बनते दिख रहे
जिसमें पत्नी ने जयपुर साथ चलने की बात कर दोनों के बीच झगड़ा हो गया और पत्नी अपने पिता के घर रामबड़ौदा चली गई और पत्नी ने न्यायालय में भरण-पोषण और घरेलू हिंसा का केस पेश कर दिया। जिसमें जिला न्यायाधीश ने समझाइश देने के बाद दोनों फिर से साथ-साथ रहने के लिए तैयार हो गए और लोक अदालत वाले दिन खुशी-खुशी अपने बच्चों के साथ घर चले गए।
Read More News: सियासी दंगल में फिर दांव पर दलित! क्या 2023 के चुनाव में छत्तीसगढ़ में हावी रहने वाला है जातिवाद?
जिला न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रदीप मित्तल ने दीप प्रज्वलित और सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर विशेष न्यायाधीश, श्योपुर रविन्दर सिंह,, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पवन कुमार बांदिल एवं अधिवक्तागण, जिला न्यायायलय, श्योपुर के सभी न्यायिक अधिकारीगण, जिला विधिक सहायता अधिकारी, कर्मचारीगण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहें।
Read More News: मौसम की बेरुखी ने बढ़ाई किसानों की चिंता, कई इलाकों में सूखे जैसे हालात बनते दिख रहे