नई दिल्लीः Manmohan Singh Passed Away पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार रात निधन हो गया उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) लाया गया था। वे घर पर बेहोश हो गए थे। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। सभी लोग उनके साथ बिताए पलों को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
कम ही लोगों को पता है कि डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री आवास में रहने के बावजूद खुद को आम आदमी कहते थे। उन्हें सरकारी BMW से ज्यादा अपनी मारुति 800 पसंद थी। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री असीम अरुण उनके सुरक्षाकर्मी रहे हैं। असीम अरुण ने पुलिस सेवा के दौरान का एक किस्सा शेयर करते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा है कि मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है – क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी।
उन्होने लिखा कि डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी – मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है – क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा… pic.twitter.com/468MO2Flxe
— Asim Arun (@asim_arun) December 26, 2024
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 साल की उम्र में 27 दिसंबर 2024 को हुआ। वे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती थे, जहां उन्होंने रात 9:51 बजे अंतिम सांस ली।
डॉ. मनमोहन सिंह को अपनी मारुति 800 बहुत पसंद थी क्योंकि वे खुद को एक आम आदमी मानते थे। प्रधानमंत्री रहते हुए भी उन्हें सरकारी BMW से ज्यादा अपनी पुरानी मारुति 800 को प्राथमिकता थी। यह उनके मिडिल क्लास दृष्टिकोण और आम आदमी के प्रति उनके समर्थन को दर्शाता था।
डॉ. मनमोहन सिंह के सुरक्षाकर्मी असीम अरुण ने बताया कि वह 2004 से लगभग तीन साल तक उनके बॉडी गार्ड रहे। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की एक ही कार थी – मारुति 800, जो पीएम हाउस में अन्य कारों के बीच हमेशा खड़ी रहती थी, और वे इसे बहुत पसंद करते थे।
डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक थे। वे 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और अपनी वित्तीय नीतियों और आर्थिक सुधारों के लिए प्रसिद्ध थे। उनके समय में भारतीय अर्थव्यवस्था ने कई महत्वपूर्ण बदलाव देखे।
डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है। उनके परिवार और भारतीय सरकार से इसे लेकर सूचना का इंतजार है।