बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय में ‘युवा नेतृत्व-जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल में’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई थी।
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इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने यूनिसेफ को कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि हम अपने विचारों के माध्यम से सदैव लोगों एवं समाज के मन में जीवित रहते हैं। हमें जल और पर्यावरण से संबंधित चुनौतियों को अवसर में बदलते हुए प्रयास करने की आवश्यकता है। भारतीय युवाओं में वैश्विक नेतृत्व की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। भारतीय युवाओं ने उद्यमिता और कौशल विकास के क्षेत्र में आदर्श स्थापित किये हैं। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय सतत् विकास, ऊर्जा व जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाहन जागरुकता के साथ कर रहा है।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि हम सांस्कृतिक रूप से जलवायु, पर्यावरण, ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति संवेदनशील हैं। हमें अपने दैनिक क्रियाकलापों में सकारात्मक बदलाव लाने होंगे जिससे समावेशी विकास के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। सभी युवाओं को पौधारोपण कर उसे क्रमवार तरीके से संरक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है, आने वाले वर्षों में इस ऊर्जा संसाधन के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने में सहायता प्राप्त होगी।
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इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मंचस्थ अतिथियों का नन्हा पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। डॉ. अर्चना यादव सहायक प्राध्यापक समाज कार्य विभाग ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के विषय में जानकारी साझा की। अन्य मंचस्थ अतिथियों सु श्वेता पटनायक डब्ल्यूएएसएच स्पेशलिस्ट यूनिसेफ, अर्पित, राज्य समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र संगठन, विष्णु वैभव द्विवेदी मुख्य तकनीकी अधिकारी आईआईटी भिलाई, रोहित वाधवा प्रोक्यूरमेंट एंड कॉन्ट्रेक्टिंग स्पेशलिस्ट जल जीवन मिशन एवं चंदन कुमार यूनिसेफ ने भी अपने विचार व्यक्त किये। मंचस्थ अतिथियों का स्मृति चिह्न एवं यूनिसेफ बैज भेंट कर सम्मान किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. मनीष वास्तव ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण, शिक्षणकगण एवं बड़ी संख्या में यूनिसेफ के बेहेविरयल क्लब सदस्य उपस्थित रहे।
धान के साथ-साथ सब्जी और फलों का कटोरा भी बनेगा…
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