गरियाबंद: Basic Facility in Villages आजादी के 75 साल बाद भी गरियाबंद जिले के कई गांव बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। दरअसल, टाइगर प्रोजेक्ट एरिया के भीतर होने के चलते इन इलाकों में ना तो निर्माण कार्य हो पाता है और ना ही बिजली की लाइन यहां तक पहुंचाई जा सकी है।
This Village have not Basic Facility यहां कोई बीमार पड़ जाए तो एंबुलेंस भी इन गांवों तक नहीं पहुंच पाती। लगभग एक हजार की आबादी वाला कोदोमाली गांव की स्थिति यही हैं, जहां के लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। वहीं गांव से महज 200 मीटर दूर के गांवों में पूरी सुविधा है, क्योंकि वह गांव ओडिशा में आता है।
छत्तीसगढ़ सीमा से लगे कोदोमाली गांव के लोग लंबे समय से बिजली का इंतजार कर रहे हैं। ताकि उनकी जिंदगी का अंधेरा दूर हो सके। अब देखना होगा प्रशासनिक अमला यहां कब तक बिजली-सड़क जैसी सुविधाएं पहुंचा पाती है।