रायपुर: Mahtari Vandan Yojana, छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज महतारी वंदन योजना को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। प्रश्न काल से लेकर विभाग के बजट अनुदान मांग की चर्चा तक विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की।
महतारी वंदन योजना पर हंगामा को लेकर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि करीब 4000 महिलाओं को पिछले 14 महीना से महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। पूरे प्रदेश में ये आंकड़ा और बड़ा है, लाखों से ऊपर प्रभावित महिलाओं की संख्या है। सरकार को 14 महीना का पैसा एक साथ मुआवजे के साथ इन्हें देना चाहिए।
दरअसल, प्रश्न काल के दौरान कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि उनके क्षेत्र में 3969 महिला हितग्राही को महतारी वंदन योजना का एक भी किस्त प्राप्त नहीं हुआ है। क्योंकि इन महिलाओं के खाते या तो आधार से लिंक नहीं थे या फिर इनका खाता सक्रिय नहीं था । कुछ मामलों में हितग्राहियों के निधन होने की बात भी सामने आई है।
इस पर इस पर विपक्ष के विधायकों ने सरकार को घेरते हुए मांग की, कि सरकार इन कमियों को दूर कर महिलाओं के खाते में अब तक के सारे बकाए किस्त मुआवजे के साथ जमा करें। इस दौरान विभाग की मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। फिर गर्भगृह में जाकर नारेबाजी करने लगे और स्वत निलंबित होकर सदन से बाहर हो गए।
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बाद में जब महिला बाल विकास विभाग के बजट अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू हुई तब विपक्ष ने एक बार फिर महतारी वंदन योजना का मुद्दा उछाल दिया। विपक्षी विधायकों ने मांग की कि हितग्राहियों के पंजीयन के लिए फिर से रजिस्ट्रेशन विंडो ओपन किया जाए, क्योंकि 14 महीना में बहुत सारी अविवाहित महिलाओं की शादी हुई है और वह इस योजना की पात्र हो गई हैं। लेकिन उन्हें अभी तक लाभ नहीं मिल रहा है। विपक्ष ने बुजुर्ग महिलाओं को मिल रही आधी राशि पर भी आपत्ति की और कहा कि ₹500 मिलने वाले पेंशन के अतिरिक्त उन्हें ₹1000 का योजना का लाभ दिया जाए।
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